जॉइंट डिसीज वाले रोगियों के उपचार के लिए जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक

साईश्री अस्पताल में कंधे के सर्जन डॉ. रवि केर्हाल्कर ने पूछे गये सवालों का विस्तार से जवाब दिया

    14-Oct-2023
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डॉ. रवि केर्हालकर
शोल्डर सर्जन एंड
जॉइंट प्रिजर्वेशन स्पेशलिस्ट

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डीपी रोड, औंध, पुणे 411007
फोन : 020-67448600/25888600
मोबा : 9689930608/12
web : www. saishreehospital.org
 
 
शारीरिक गतिविधि की कमी और कसरत के अभाव के साथ-साथ अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण समय के साथ जॉइंट डिसीज में वृद्धि देखी जाती है. इसका जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक में उपचार किया जाता है. साईश्री हॉस्पिटल में शोल्डर सर्जन और जॉइंट प्रिजर्वेशन स्पेशलिस्ट डॉ. रवि केर्हालकर ने कई सवालों का विस्तार से जवाब दिया है.
 
जॉइंट प्रिजर्वेशन क्या होता है?
उत्तर : जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक किसी भी प्रकार के जॉइंट डिसीज वाले रोगियों के इलाज के लिए एक सुविधा है. हमारे क्लीनिक में, हम न केवल रोगी की शिकायतों का समाधान करते हैं, बल्कि उनके कारणों का भी समाधान करते हैं. यदि इन विकारों का समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो समय बीतने के साथ ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा रहता है.
 
जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक में कौन भाग ले सकता है?
उत्तर : जोड़ों के विकारों वाला कोई भी मरीज और साथ ही जोड़ों की बाहरी या आंतरिक चोटों वाले मरीज जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक में जा सकते हैं. कई रोगियों में जोड़ों की विकृति (Deformities) के शुरुआती लक्षण होते हैं. जैसे मुड़ा हुआ घुटना (bowed knee), नॉक घुटना (knock knees) या wind-swipe deformities आदि. जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक ऐसे विकारों वाले रोगियों के इलाज में अत्यधिक विशिष्ट है.
 

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जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक में उपचार कैसे किया जाता है?
उत्तर : जॉइंट प्रिजर्वेशन क्लीनिक सर्जिकल और गैर-सर्जिकल दोनों प्रकार के उपचार प्रदान करता है.
 
गैर- सर्जिकल उपचार :
  • जीवनशैली में सुधार : शारीरिक रूप से फिट होना और स्वस्थ आहार लेना.
  • फिजियोथैरेपी : शरीर की मुद्रा में सुधार (Posture correction), मांसपेशियों को मजबूत बनाने व्यायाम (muscle strengthening exercise) और फिजियोथैरेपी की अन्य पद्धति.
  • ऑर्थोसिस : शरीर की मुद्रा को सही करने के लिए विभिन्न उपकरणों जैसे फुटवियर, घुटने के आधार आदि का उपयोग करना.
  • इंट्रा-आर्टिकुलर इंजेक्शन (Intra-articular Injection) : corticosteroids, PRP, stem cell injectable जैसे इंजेक्शन का उपयोग करना.
सर्जिकल उपचार :
  • मिनेस्कस रिपेयर अथवा कार्टिलेज रिपेयर जैसे ऑपरेशन करना.
  • HTO (High tibial osteotomy) . DFO (Distal femoral osteotomy) जैसे Alignment correction जैसे ऑपरेशन.
 
जॉइंट प्रिजर्वेशन और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में क्या फर्क होता है?
उत्तर : जॉइंट प्रिजर्वेशन का अर्थ है, किसी भी संयुक्त विकार का समय पर प्रतिबंधात्मक उपचार करना, जिससे इस विकार को बढ़ने से रोका जा सके. यदि समय पर इसका उपचार न किया जाए तो विकार और बिगड़ जाता है. यह उपचार भविष्य में जॉइंट रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया में देरी करता है. लेकिन, यदि जॉइंट डिसीज बहुत गंभीर स्तर पर पहुंच गए हैं, तो जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी ही एकमात्र विकल्प होता है.