पुणे, 2 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
ससून ड्रग्ज रैकेट मामले में मुख्य आरोपी कैदी ललित पाटिल को ड्रग बिक्री से मिलने वाले 12 लाख रुपए मिलने वाले थे. इन पैसों को लेने आने के लिए एक व्यक्ति चाकण परिसर में आकर रुका हुआ था. इससे पहले ही एंटी-नारकोटिक्स स्क्वॉड ने कार्रवाई कर उसकी साजिश को विफल कर दिया. एंटी नारकोटिक्स स्क्वॉड के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनील थोपटे अपने स्क्वॉड के साथ पुणे रेलवे स्टेशन परिसर में शनिवार को गश्त कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस हवलदार चेतन गायकवाड़ को जानकारी मिली थी कि एक व्यक्ति ड्रग्ज बेचने के लिए आने वाला है. इस बीच पुलिस हो ससून हॉस्पिटल के सामने स्थित बस स्टॉप के पास सुभाष मंडल बैग के साथ दिखा. उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से 1 किलो 71 ग्राम 53 मिलीग्राम मेफेड्रॉन मिला.
उससे पूछताछ करने पर यह नशीला पदार्थ वह ससून के वॉर्ड क्रमांक 16 में भर्ती ललित पाटिल ने ससून हॉस्पिटल के कैन्टीन कर्मचारी के माध्यम से बेचने के लिए देने की जानकारी मिली. उसके पास से जब्त की गई मेफेड्रॉन की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 2 करोड़ 14 लाख 30 हजार रुपए है. इस बीच रविवार की रात क्राइम ब्रांच की टीम ने नासिक में ललित पाटिल के घर पर छापा मारा. वहां उसका घर बंद था, लेकिन पुलिस को ड्रग्ज रैकेट से जुड़े कई सूत्र हाथ लगे हैं. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. पुलिस को ललित के पास दो मोबाइल मिले हैं जिसमें सिमकार्ड उसके भाई अनिल पाटिल ने दिए हैं. यह सिमकार्ड नासिक में सिमकॉर्ड बेचने वाले एक व्यक्ति के नाम पर है. इसी प्रकार से उसने दो-तीन सिमकॉर्ड खरीदे थे.
जब पुलिस ललित से पूछताछ कर रही थी उस दौरान ‘जर्मन' नाम व्यक्ति के लगातार कॉल आ रहे थे. पुलिस ने जब इसकी गहराई से जांच की तो ‘जर्मन' उसका भाई भूषण ही है. यह जानकारी ललित ने पुलिस को दी. पुलिस सीसीटीवी फुटेज से जांच कर रही है कि ललित ने इससे पहले ललित ने इलाज के लिए आए किस कैदी को ड्रग्ज दी थी. इसकी भी जांच पुलिस कर रही है. उल्लेखनीय है कि पुलिस की कार्रवाई के एक दिन पहले ही ललित ने ड्रग्ज की डील की थी. जिससे मिलने वाले पैसों को लेने के लिए भूषण चाकण परिसर में रुका हुआ था. यह जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी.
आरोपियों को चार दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया
ससून ड्रग तस्करी मामले के मुख्य आरोपी ललित अनिल पाटिल स्वयं मेफेड्रॉन ड्रग तैयार करता था. चाकण में सन् 2020 में 16 किलो एमडी जब्त किया गया था. उसमें भी ललित पाटिल आरोपी है और उसे तब से येरवड़ा जेल में बंद किया गया है. ससून ड्रग्ज रैकेट मामले में दोनों को गिरफ्तार कर सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे 4 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम सुभाष जानकी मंडल (उम्र-29 वर्ष, निवासी-देहूरोड, मूल निवासी-झारखंड) और रउफ रहीम शेख (उम्र-19 वर्ष, निवासी-ताड़ीवाला रोड) है.
इस मामले में ललित अनिल पाटिल मुख्य आरोपी है और वर्तमान में उसका ससून के वार्ड क्रमांक-16 में इलाज चल रहा है. उसे डिस्चार्ज मिलने के बाद इस मामले में आरोपी बनाया जाएगा. ललित पाटिल 4 जून 2023 से बीमार है और वह ससून के वार्ड क्रमांक 16 में इलाज करवा रहा है. ससून में भर्ती होने के बाद से ही वह अपने साथियों के साथ नशीला पदार्थ बनाकर बेच रहा था और गिरफ्तार किए गए आरोपी और ललित पाटिल ने ड्रग्ज किसे बेचे हैं? इन सब बातों की जांच के लिए पुलिस ने कोर्ट से पुलिस कस्टडी की मांग की. जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया.