मराठा आरक्षण आंदोलन को मिल रहा लोगों का रिस्पांस

01 Nov 2023 12:24:09
 
aa
 
 
पुणे, 31 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे को पुणे से भरपूर रिस्पांस मिल रहा है. मराठा समाज के साथ-साथ अन्य समाज और धर्म भी यह मांग करने लगे हैं कि मराठा समाज को आरक्षण मिलना चाहिए. आंदोलन की पृष्ठभूमि में शांत रहे पुणे में मराठा समाज के कार्यकर्ता अब आक्रामक होने लगे हैं. नवले ब्रिज पर आंदोलनकारियों ने टायर जलाकर यातायात रोक दिया. वहीं, मराठा समाज की आरक्षण की मांग को अन्य समाजों के साथ-साथ सभी पार्टियों का भी समर्थन मिल रहा है.
 
सभी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने रखी भूख हड़ताल ः
 
भारत मित्र मंडल की ओर से सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भूख हड़ताल का आयोजन किया गया. मोदी गणपति के पास आयोजित इस भूख हड़ताल में सामाजिक कार्यकर्ता बालासाहेब दाभेकर, एनसीपी प्रवक्ता अंकुश काकड़े, आरपीआई के मंदार जोशी, शिवसेना (ठाकरे गुट) के राजेंद्र शिंदे, निरंजन दाभेकर, शुभांगी पवार, शोभा कुडले और सुजाता नालगुडे और अन्य ने भाग लिया.
 
राजपूत समाज भी कर रहा समर्थन 
 
मराठा समाज में अमीरी और गरीबी के बीच बड़ी खाई है. राज्य में 35% की बड़ी संख्या वाले इस समाज का सर्वांगीण होना जरूरी है. इसलिए राजपूत सोशल वॉरियर्स संगठन ने कहा कि इस समाज की आरक्षण की मांग सही है. साथ ही, राज्य सरकार ने राजपूत समाज के विकास के लिए वीर शिरोमणि महाराणा प्रतापसिंह आर्थिक विकास महामंडल के स्थापना की घोषणा की थी, और डॉक्यूमेंट्स में राजपूत भामटा, परदेशी भामटा नामों से भामटा शब्द हटाने का भी वादा किया था. संगठन का आरोप है कि इसे पूरा नहीं किया गया है. इस संबंध में किशोर राजपूत, राजन काची, एड. प्रताप परदेशी, शरद राठोड़, डॉ. गणेश परदेशी, विजयसिंह परिहार, सुदेश काची, विकास सिंह हजारे आदि ने ज्ञापन दिया है कि वे मराठा समाज का समर्थन कर रहे हैं.
Powered By Sangraha 9.0