कला एवं संस्कृति का विकास होना बेहद जरूरी

सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक-अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा

    20-Nov-2023
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शिवाजीनगर, 19 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
भारतीय कलाएं पूरी दुनिया में फैल रही हैं. भारत महाशक्ति बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा कि भारत को वेिश गुरु बनने के लिए प्रौद्योगिकी और शिक्षा के साथ-साथ भारतीय कला और संस्कृति का भी विकास होना चाहिए. वे मॉडल कॉलोनी स्थित चितरंजन वाटिका में आयोजित दिवाली पहाट कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि भारत की कला और संस्कृति महान है. इसे अगली पीढ़ी तक फैलाने के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों द्वारा ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिए. इसी के मद्देनजर जल्द ही सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स में एक भव्य संगीत समारोह का आयोजन किया जाएगा.
 
नवनिर्माण अभियान प्रतिष्ठान द्वारा पूर्व नगरसेवक राजू उर्फ दत्तात्रेय पवार और उनके साथियों ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया. इस मधुर संगीत कार्यक्रम में श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये. कार्यक्रम में सूर्यदत्त एग्रो फूड इंटरप्राइजेज ने कलाकारों और दर्शकों को पौष्टिक खाद्य वितरित किया. कार्यक्रम में प्रसिद्ध शास्त्रीय कलाकार उस्ताद तौफीक कुरेशी को सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा सूर्य भारत राष्ट्रीय पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया. वहीं शिखरनाद कुरेशी, एस. आकाश और शंतनु गोखले को ‌‘सूर्यभारत गौरव पुरस्कार-2023' से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन की उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया भी उपस्थित थीं.