शिवाजीनगर, 22 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
69वें सवाई गंधर्व भीमसेन महोत्सव में भाग लेने वाले कलाकारों की सूची की घोषणा बुधवार (22 नवंबर) को पत्रकार-वार्ता में की गई. इसमें कलापिनी कोमकली, पं. उल्हास कशालकर, अेिशनी भिड़े- देशपांडे, सितारवादक नीलाद्रि कुमार, पं. अजय पोहनकर, बेगम परवीन सुल्ताना, कौशिकी चक्रवर्ती, बांसुरीवादक रोनू मजूमदार और गायिका डॉ. प्रभा अत्रे समेत दिग्गज शामिल होंगे. इस वर्ष यह महोत्सव से 17 दिसंबर तक मुकुंके महाराष्ट्रीयन मंडल खेल परिसर में आयोजित कियजा रहा है. महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए आयसंगीत प्रसारक मंडल कार्यकारी अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा, सवाई गंधर्व भीमकेवल शास्त्रीय संगीत का उत्सव नहीं है. यह एक अभियान की तरह है. यह वर्ष पं. कुमार गंधर्व, पं. राम मराठे और पं. सी. आर. व्यास का जन्म शताब्दी वर्ष है. इन तीन महान कलाकारों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से, उनकी परंपरा के कलाकार इस वर्ष महोत्सव में अपनी कला प्रस्तुत करेंगे. महोत्सव के पहले दिन (13 दिसंबर) की शुरुआत तुकाराम दैठणकर और सहकलाकार के मधुर शहनाई वादन से होगी. इसके बाद संजय गरुड़ गायनसेवा प्रस्तुत करेंगे.

पं. कुमार गंधर्व की जन्मशती मनाने के लिए उनकी बेटी और शिष्या कलापिनी कोमकली गाएंगी. इसके बाद तेजेंद्र नारायण मजूमदार के सरोदवादन और महोत्सव के प्रथम दिन का समापन पं. उल्हास कशालकर द्वारा किया जाएगा. महोत्सव के दूसरे दिन (14 दिसंबर) की शुरुआत संगीत मार्तंड पंडित जसराज की शिष्या और मेवाती परिवार की युवा गायिका अंकिता जोशी के गायन से होगी. इसके बाद पं. उपेन्द्र भट गाएंगे तथा पार्थ बोस सितार बजाएंगे.
महोत्सव के दूसरे दिन का समापन पुर-अत्रौली घराने की प्रसिद्ध ा अेिशनी भिड़े-देशपांडे के गायन से होगा. महोत्सव के तीसरे दिन (15 दिसंबर) की शुरुआत किराना घराने के युवा कलाकार रजत कुलकर्णी के गायन से होगी. इसके बाद सवाई गंधर्व की बहू पद्मा देशपांडे का गायन होगा. बाद में नीलाद्री कुमार का सतार वादन और अंत में पंडित अजय पोहनकर और उनके पुत्र एवं शिष्य अभिजीत पोहनकर प्रस्तुति देंगे. महोत्सव के चौथे दिन (16 दिसंबर) की शुरुआत पं. राम मराठे की पोती और गायिका प्राजक्ता मराठे के गायन से होगी. इसके बाद देबप्रिय अधिकारी का गायन और समन्वय सरकार का सतार वादन प्रस्तुत किया जाएगा.

प्रसिद्ध नृत्यांगना यामिनी रेड्डी द्वारा कुचिपुड़ी नृत्य, अभय सोपोरी द्वारा संतूर वादन का आनंद प्रशंसक ले सकते हैं. महोत्सव के चौथे दिन का समापन बेगम परवीन सुल्ताना के गायन के साथ होगा. 69वें सवाई गंधर्व भीमसेन महोत्सव के पांचवें और अंतिम दिन (17 दिसंबर) की शुरुआत श्रीनिवास जोशी के गायन से होगी. इसके बाद पूर्णिमा धुमाले का गायन होगा. पं. सी. आर. व्यास की जन्मशती मनाते हुए उनके पुत्र पं. सुहास व्यास गायन प्रस्तुत करेंगे. ऐेशर्या वेंकटरमन और सहकलाकारों द्वारा कर्नाटक शास्त्रीय संगीत अनुभव का एक अनूठा कार्यक्रम संपन्न होगा. गायिका कौशिकी चक्रवर्ती का गायन, और उसके बाद रोनू मजूमदार का बांसुरी वादन होगा. किराना घराने की वरिष्ठ गायिका स्वरयोगिनी डॉ. प्रभा अत्रे के गायन के साथ 69वें सवाई गंधर्व महोत्सव का समापन होगा.