पिछले 10 महीनों में नवले ब्रिज ने निगलीं11 जानें : बारह गंभीर रूप से हुए घायल

05 Nov 2023 15:07:18
 
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पुणे, 4 नवंबर (गजानन शुक्ल द्वारा)
 
शहर के नवले ब्रिज पर हादसे होना आम बात हो गई है. बुधवार को नवले ब्रिज पर ट्रक की चपेट में आने से एक टू- व्हीलर सवार की मौके पर ही मौत हो गई. पिछले 10 महीनों के दौरान नवले पुल परिसर में हुए हादसों में 11 लोगों की जान चली गई. अब सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर इस सड़क पर हादसे कब रुकेंगे? दरी पुल - नवले ब्रिज और वड़गांव पुल के बीच साढ़े 3 किलोमीटर की दूरी में यह हादसे हो रहे हैं. मुंबई- बेंगलुरु हाई-वे पुणे की सबसे व्यस्त सड़क है. कात्रज नई टनल से लेकर नवले ब्रिज, वड़गांव पुल तक के मार्ग पर बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं हो रही हैं. इस मार्ग पर बड़ी संख्या में भारी ट्रैफिक रहता है. इस मार्ग से बड़ी मात्रा में माल मुंबई पहुंचाया जाता है. लेकिन, यह वाहन नवले ब्रिज परिसर में आने पर दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना रखते हैं.
 
पिछले साल नवले ब्रिज इलाके में एक हादसे में 13 लोगों की जान चली गई थी. 15 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जबकि, 27 लोग मामूली रूप से घायल हुए. इस साल के पहले दस महीनों में 11 लोगों की जान जा चुकी है. 12 लोग गंभीर रूप से तथा 18 लोग मामूली रूप से घायल हुए. इससे यह सवाल पूछा जाएगा कि आखिर इस सड़क पर हादसे कब रुकेंगे. टनल से ब्रिज तक तीव्र ढलान कात्रज टनल से नवले ब्रिज तक तीव्र ढलान है. इससे वाहन तेजी से आ रहे हैं. साथ ही इस स्थान पर शार्प मोड़ भी है. इस मोड़ पर वाहनों को अचानक ब्रेक लगाना अक्सर मुश्किल होता है. साथ ही इस मार्ग पर कुछ स्थानों पर सर्विस रोड भी नहीं है, जिसके कारण स्थानीय नागरिक वाहन चालकों को खतरनाक तरीके से सीधे नेशनल हाई-वे पर यात्रा करनी पड़ती है.
 
दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण
  • तीव्र ढलान के कारण भारी वाहनों के लिए अचानक ब्रेक लगाना कठिन होता है.
  • कुछ स्थानों पर सर्विस रोड नहीं होने के कारण स्थानीय वाहन चालकों को नेशनल हाई-वे पर यात्रा करनी पड़ती है.
  • भारी वाहन चालक वाहन पर नियंत्रण खो देते हैं क्योंकि वह ईंधन बचाने के लिए ढलान पर वाहन को ‌‘न्यूट्रल' कर देते हैं.
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