देसाई ब्रदर्स लिमिटेड के माध्यम से कार्यकुशलता सिद्ध करके कई उद्योगों का जाल बुननेवाले और साथ में परोपकार की भी धरोहर संजोने वाले उद्योगपति नितिनभाई देसाई ने गत 1 नवंबर को 81 वर्ष की उम्र में कदम रखा है. लाखों का पेट पालने वाले इस सेवाभावी उद्योगपति को समाज की ओर से अपने शब्दों से सम्मानित किया है, जनसेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. विनोद शाह ने.
नितिनभाई देसाई का जन्म पुणे के रविवार पेठ में हुआ. उन्होंने सरदार पटेल इंस्टीट्यूट के बिड़ला वेिशकर्मा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से बी.ई. (सिविल) पूरा किया. इसके अलावा, अमेरिका के प्रसिद्ध मिशिगन वेिशविद्यालय से पर्यावरण इंजीनियरिंग में एम. एस. किया. उन्होंने बोस्टन में एक इंजीनियरिंग फर्म में पानी और अपशिष्ट जल जैसे विषय पर अध्ययन भी किया. अमेरिका की एक प्रतिष्ठित कंपनी ने उन्हें साझेदारी का मौका दिया था, लेकिन इसे अस्वीकार करते हुए, नितिनभाई अपनी मातृभूमि में व्यवसाय करने के उद्देश्य से अपने देश भारत लौट आये. उन्होंने पुश्तैनी कारोबार अपना लिया.
कार्यकुशलता और रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए व्यवसाय में तेजी से वृद्धि दिखाई. इस व्यवसाय के माध्यम से एक लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों को रोजगार मिला. इस लिहाज से नितिनभाई देसाई को लाखों लोगों का पेट पालनेवाला कहा जा सकता है. समाज की बदलती सोच और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, देसाई ब्रदर्स लिमिटेड ने खाद्य व्यवसाय में प्रवेश किया. मदर्स रेसिपी के विभिन्न उत्पाद वर्तमान में 35 से अधिक देशों में निर्यात किए जाते हैं.
कड़ी मेहनत, ईमानदारी, ग्राहक के प्रति जिम्मेदारी और गुणवत्ता के कारण, उनके प्रत्येक व्यवसाय को सरकार से सम्मान मिला है. नितिनभाई के नेतृत्व में वर्तमान में दस व्यवसाय चल रहे हैं. इस व्यवसाय की जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक संभालते हुए उन्होंने एक्वा फार्म लिमिटेड के चेयरमैन, सह्याद्रि हॉस्पिटल लि, कैडिला हेल्थकेयर और फोर्स मोटर लिमिटेड के निदेशक हैं. वानवड़ी के फिजिकली हैंडिकैप संस्था के अध्यक्ष, पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजी के संस्थापक, दिशा और वनराई संस्था के ट्रस्टी, एवम् श्री पूना गुजराथी समाज बंधु संस्था के अध्यक्ष के रुप में उनके सामाजिक प्रतिबद्धता को सिद्ध करते हैं. नितिन भाई की लंबी उम्र की कामना करते हुए हमें उनकी प्रिय पत्नी मीनाबेन को भी शुभकामनाएं देनी होंगी.
जनसेवा फाउंडेशन के लिए दो वृद्धाश्रम बनवाए
एक सफल उद्यमी के रूप में अत्यधिक व्यस्त रहने के बावजूद नितिनभाई की सामाजिक प्रतिबद्धता सराहनीय है. महमदवाड़ी-हड़पसर के एच. वी. देसाई नेत्र चिकित्सालय का निर्माण उन्हीं के आर्थिक सहयोग से हुआ. यह अस्पताल न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में से एक के रूप में जाना जाता है. इस अस्पताल की सेवा अद्भुत है. शनिवारवाड़ा के पास स्थित एच.वी.देसाई कॉलेज की स्थापना उन्हीं के दान से हुई. नितिनभाई की एक और पहचान जनसेवा फाउंडेशन के आश्रयदाता के रुप में है. अपने पिता हरिभाई देसाई के नाम पर उन्होंने जनसेवा फाउंडेशन के लिए दो वृद्धाश्रम बनवाए हैं.
पुण्य भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित
भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया नितिनभाई का अभिनंदन उनके सम्मान की सर्वोच्च महिमा है. पुण्य भूषण फाउंडेशन ने हाल ही में नितिनभाई को ‘पुण्यभूषण' पुरस्कार से भी सम्मानित किया है.
- लेखक डॉ. विनोद शाह अध्यक्ष, जनसेवा फाउंडेशन, पुणे