कमला नेहरू का डायलिसिस सेंटर बंद होने से मरीज परेशान

दूसरी जगह पर डायलिसिस सेंटर शुरू, लेकिन मरीजों को हो रही है असुविधा

    30-Dec-2023
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मंगलवार पेठ, 29 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
मनपा स्वास्थ्य विभाग और लायंस क्लब के बीच टकराव के कारण आखिरकार कमला नेहरू अस्पताल का डायलिसिस सेंटर बंद हो गया है. लायंस क्लब को पत्र भेजा गया कि मनपा ने ठेका रद्द कर दिया है.सेंटर बंद होने से नियमित डायलिसिस मरीजों को परेशानी हो रही है. हालांकि मनपा ने कहीं और नया सेंटर शुरू कर दिया है, लेकिन यह मरीजों के लिए असुविधाजनक साबित हो रहा है. कमला नेहरू अस्पताल में डायलिसिस सेवा लायंस क्लब द्वारा संचालित की जाती थी. केंद्र में 15 मशीनों में से 3 मशीनें मनपा के स्वामित्व में हैं, जबकि शेष 12 एजेंसियों के स्वामित्व में हैं.
 
कमला नेहरू अस्पताल में प्रतिदिन 12 से 15 मरीज डायलिसिस सेवा के लिए आते हैं. हालांकि, सेंटर बंद होने से मरीजों के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि इलाज कहां करायें. अस्पताल में डायलिसिस सेवा पिछले छह माह से बदहाल है. जून में देखा गया कि अस्पताल की आधी से ज्यादा डायलिसिस मशीनें बंद थीं. मनपा प्रशासन ने लायंस क्लब को नोटिस दिया था. इसके बाद डायलिसिस सेंटर को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है. मनपा ने कहा कि मशीन का रखरखाव नहीं हो पा रहा है, जबकि लायंस क्लब का कहना है कि मनपा समय पर भुगतान नहीं कर रहा है, जिससे सेवा देने में दिक्कत हो रही है.
 
मनपा द्वारा कॉन्ट्रैक्ट ही रद्द
वर्ष 2016 में डायलिसिस सेंटर चलाने के लिए मनपा स्वास्थ्य विभाग द्वारा लायंस संगठन को नियुक्त किया गया था. पांच वर्ष की समाप्ति के बाद, अवधि को अगले पांच वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया. डायलिसिस की मनपा दर 400 रुपये है. चूंकि सरकारी दर 1200 रुपये है, इसलिए लायंस क्लब को 400 रुपये में इलाज करना मुश्किल हो गया, इसलिए सेंटर लगातार बंद रहा. इस संबंध में जुलाई में एक नोटिस जारी किया गया था. हालांकि, जब कोई हल नहीं निकला तो अंततः समझौता रद्द कर दिया गया और एक नोटिस भेजा गया.
 
नजदीकी डायलिसिस सेंटरों में मरीजों को रेफर किया जा रहा
अभी तक मरीजों को नजदीकी डायलिसिस सेंटरों में रेफर किया जा रहा है, ताकि उनका इलाज प्रभावित न हो. शहर के विभिन्न स्थानों पर कुल 55 मशीनों के साथ हमारे सात और केंद्र हैं. सभी केंद्र प्रति डायलिसिस केवल 400 रुपये लेते हैं.
                                                                                                      - डॉ. संजीव वावरे (सहायक स्वास्थ्य प्रमुख, पुणे मनपा)