42 किमी की पुणे मैराथन में केन्याई धावकों का रहा दबदबा

पुरूष वर्ग में केमेई किपरोनो और महिला वर्ग में रोबा बाटी हैलू जीती : हाफ मैराथन दौड़ भारत को सफलता मिली

    04-Dec-2023
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पुणे, 3 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पिछले कुछ सालों से मध्यरात्रि को आयोजित होने वाली पुणे मैराथन इस बार सुबह साढ़े 3 बजे आयोजित की गई थी. 42 कि.मी. की मैराथन में केन्याई धावकों का दबदबा रहा. हालांकि इस बार 21 कि.मी हाफ मैराथन दौड़ में भारत को सफलता प्राप्त हुई है. कोल्हापुर के उत्तम पाटिल ने सर्वश्रेष्ठ समय (1 घंटा 6 मिनट 2 सेकंड) के साथ यह रेस जीती. सणस मैदान से सिंहगढ़ रोड होते हुए नांदेड़ सिटी सर्कल का चक्कर लगाकर फिर से सणस मैदान तक पूरी की गई 21 कि.मी. दौड़ में भी बेशक केन्याई धावकों का दबदबा बना हुआ था. केन्याई और इथियोपिया के धावकों ने शुरू में समूह में बढ़त बना ली. लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व अपनी पहचान बनाने की चाह रखने वाले उनके पीछे उत्तम पाटिल दौड़ रहे थे.
 

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विदेशी धावकों की रफ्तार उन्हें चुनौती दे रही थी. लेकिन, साथ ही, वह गति उन्हें प्रेरित भी कर रही थी. एक समय, केन्याई धावक शुरू से ही गति के बाद थका हुआ लग रहा था. फिर 8 किमी की दौड़ की दूरी में सबसे पहले उत्तम ने विदेशी धावकों के इस समूह को पछाड़ दिया. कुछ दूरी तक उनके साथ दौड़ने के बाद, उत्तम ने गति पकड़ी और बढ़त लेने के लिए झुंड से अलग हो गया. विदेशी धावकों से आगे निकलने से उत्तम का आत्मवेिशास बढ़ा और उसने कदम दर कदम गति बढ़ाई, जिससे यह सुनिश्चित हो गया कि केन्याई धावक उसे पकड़ नहीं पाएं और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय में फिनिश लाइन पार करने वाले वह पहले खिलाड़ी बने. उन्हें रेस जीतने से अयादा ख़ुशी केन्याई धावकों से आगे निकलने की थी. उत्तम पाटिल की दौड़ अच्छी और शानदार रही. विदेशी धावकों की चुनौती अपेक्षा के अनुरूप रही.
 
जीत के बाद पाटिल ने कहा कि हमें यकीन था कि हम उनके सामने टिक सकेंगे, लेकिन हमने बिल्कुल नहीं सोचा था कि हम जीतेंगे. सुबह की ठंड ने दौड़ के लिए मुझे गति बढ़ाने और अच्छा समय निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया. जैसे ही केनियन धावकों से आगे निकला, मेरा आत्मवेिशास बढ़ गया और फिर मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. महिला कैदियों के लिए देश की पहली खुली जेल येरवड़ा में आयोजित फुल पुरुष-महिला मैराथन और हाफ मैराथन में विदेशी धावकों का दबदबा रहा. पुरुषों की हाफ मैराथन दौड़ में दूसरा और तीसरा स्थान भी विदेशी धावकों ने हासिल किया. लेकिन, सबसे खास बात यह रही कि यह रेस एक भारतीय धावक ने जीती. केन्याई के केमेई एलियास किपरोनो ने 2 घंटे 16 मिनट 45 सेकंड का समय लेकर पुरुषों की फुल मैराथन जीती. उनके सहकर्मी साइमन मईना एम्बांगी और अडेरे नेमाश हैलु दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. महिलाओं की पूर्ण मैराथन रोबा बाटी हैलू ने जीतने के लिए 3 घंटे 11 मिनट 09 सेकंड का समय लिया.
 

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