पिंपरी, 11 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
अखंड सिंधी समाज द्वारा उबाड़ा धर्मशाला, पिंपरी में 10 अप्रैल को सिंधी भाषा दिवस मनाया गया. इस कार्यक्रम में मनोहर जेठवानी, किरण रामनानी, अजीत कंजवानी, अखंड सिंधी समाज संस्था के प्रदीप नाचमन, मनोज पंजाबी, सुशील बजाज, कैलाश बजाज, पीतांबर ऐलानी, सुशील पारवानी, श्याम सेठ, अंशीराम हरजानी, पूजा मूलचंदानी, पूजा रवीना, आबा, अनीता, वर्षा आदि उपस्थित थे. गौरतलब है कि 10 अप्रैल, 1967 को सिंधी भाषा को देश की आठवीं भाषा के रूप में मान्यता मिली थी और तब से हर साल 10 अप्रैल को सभी सिंधी लोग यह दिवस मनाते हैं.
वर्ष 1947 में देश के विभाजन के बाद सिंधी लोग पाकिस्तान से भारत आये, लेकिन यह दुर्भाग्य ही है कि इन्हें शरणार्थी शब्द से संबोधित किया गया. इसके बावजूद इस मेहनती समाज ने उन्नति की और व्यापारी समाज के तौर पर न केवल देश में बल्कि दुनिया में अपनी पहचान बनाई. इस दिन सिंधी समुदाय के लोग अपने घरों में कढ़ी चावल और दाल पकवान बनाते हैं तथा पूरा परिवार इसका आनंद लेता है.