शिरगांव के सरपंच प्रवीण गोपाले की बेरहमी से हत्या

गांव के साईं मंदिर के सामने चौराहे पर हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम : मावल में तनाव

    03-Apr-2023
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शिरगांव, 2 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
मावल तहसील में स्थित शिरगांव के सरपंच प्रवीण गोपाले की तेजधार कोयते से वार कर हत्या कर दी गई. शिरगांव स्थित प्रति शिर्डी के नाम से विख्यात साईं मंदिर के प्रवेशद्वार के सामने वाले चौराहे पर बाइक से आये 3 हमलावरों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया. शनिवार की रात 10 बजे के करीब इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया. बताया जा रहा है कि जमीन व राजनीतिक विवाद के कारण यह मर्डर हुआ है. पुलिस ने 4 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है. प्रवीण साहेबराव गोपाले (उम्र 47 वर्ष, नि. शिरगांव) हत्या के शिकार सरपंच का नाम है. वे एनसीपी के स्थानीय नेता हैं. कुछ महीने पहले ही शिरगांव ग्रामपंचायत का चुनाव हुआ. इसमें सरपंच पद पर एनसीपी की ओर से वे चुने गये थे. उनका जमीन की खरीद-फरोख्त और रियल इस्टेट का कारोबार है. माना जा रहा है कि जमीन के विवाद में उनकी हत्या की गई है. क्योंकि उनका कुछ लोगों के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. पुलिस सभी कोणों से मामले की जांच में जुटी है.
 
बहरहाल इस सनसनीखेज वारदात का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह से तीन लोगों ने मिलकर गोपाले को बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने बताया कि प्रवीण गोपाले शनिवार रात अपनी दोपहिया से शिरगांव स्थित साई मंदिर के सामने आये थे. यहां वे एक दुकान के सामने दोपहिया पर बैठकर कुछ लोगों से बातचीत कर रहे थे. उसी समय उन पर नजर रखते हुए दो लोग बाइक से आए और मौका-मुआयना करके चले गए. इसके बाद कुछ देर बाद उसी बाइक पर तीन लोग आए. उन्होंने गोपाले पर मंदिर के सामने कोयता से हमला कर दिया. गोपाले भी जान बचाने के लिए भागे लेकिन हत्यारों ने उनका पीछा किया और उनके सिर और चेहरे पर वार किए. हमला करने के बाद हत्यारे बाइक पर सवार होकर फरार हो गए. गोपाले को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उससे पहले ही उनकी मौत हो गई थी.
 
 
ग्रामीणों ने पुलिस स्टेशन के सामने धरना दिया
 
इस घटना को लेकर शिरगांव के ग्रामीणों ने रविवार की सुबह से ही शिरगांव थाने के सामने धरना दिया और यह रुख अख्तियार कर लिया कि हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी होने पर ही वे शव को अपने कब्जे में लेंगे. आखिरकार पुलिस अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का ओशासन देने के बाद उन्होंने अपना आंदोलन वापस ले लिया. प्रवीण गोपाले के भाई रवींद्र गोपाले की शिकायत पर पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ शिरगांव परंदवाड़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया. शिरगांव परंदवाड़ी पुलिस आगे की जांच कर रही है.