पत्रकारों पर हमले बर्दाश्त नहीं : अजीत पवार

विपक्षी नेता ने वरिष्ठ पत्रकार शामराव दौंडकर की पुस्तक ‘धड़पड़" के विमोचन पर कहा

    09-Apr-2023
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dhadpad
 
 
पुणे, 8 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
वर्तमान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटा जा रहा है. पत्रकारों पर हमले बढ़े हैं. यह महाराष्ट्र की संस्कृति के अनुकूल नहीं है. विरोधी पक्षनेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने चेतावनी दी है कि भविष्य में पत्रकारों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. वरिष्ठ पत्रकार शामराव दौंडकर द्वारा लिखित पुस्तक ‘धड़पड़' का अजीत पवार ने विमोचन किया. कार्यक्रम में एड. अमरसिंह जाधवराव, ज्ञानेश्वर भोइटे, पत्रकार संघ के अध्यक्ष स्वप्निल बापट, जितेंद्र अष्टेकर, एनसीपी शहराध्यक्ष प्रशांत जगताप, चंद्रकांत भुजबल आदि उपस्थित थे. अजीत पवार ने कहा कि हाल के दिनों में मीडिया पर हमले बढ़े हैं. श्रमिक पत्रकार संघ का एक अलग ही पैमाना है. पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है.
इस चौथे स्तंभ पर जानबूझकर हमला किया जा रहा है. यह परंपरा महाराष्ट्र को शोभा नहीं देती. कोंकण में एक पत्रकार की हत्या कर दी गई. पिछले हफ्ते एक पत्रकार को मुख्यमंत्री के कार्यकर्ताओं ने धमकी दी थी. छत्रपति संभाजी महाराज नगर में एक रैप सॉन्ग में खोके का उल्लेख करने वाले को जेल में डाल दिया. उसे गिरफ्तार कर संबंधितों ने खोके का एक तरह से समर्थन किया है. अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला हो रहा है. एक नेता लगातार एचएमवी के पत्रकारों, चाय बिस्किट के पत्रकारों पर सार्वजनिक आरोप लगा रहा है. पिंपरीचिंचव ड में एक पत्रकार को स्याही फेंकने के आरोप में फंसाया गया है. पत्रकारों के एकजुट होने पर पत्रकार को अपराध से मुक्त कर दिया गया.
समृद्ध महाराष्ट्र में इस तरह की घटना एक त्रासदी है. ऐसे जघन्य कृत्य बंद होने चाहिए. इसके लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है. पत्रकारों पर हमले अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. किताब के बारे में बात करते हुए पवार ने कहा कि शून्य से दुनिया बनाने वाले लोगों की कहानी को संघर्ष के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है. मैं 32 साल से राजनीति में हूं और तब से मैं इस क्षेत्र में हू्‌ं‍. विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की संक्षिप्त जीवनियों ने पुस्तक को पठनीय बनाया है.