पुणे, 6 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
देश में अनेक राजा हुए हैं, उन्होंने अपने परिवार के नाम पर शासन किया. लेकिन, छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज्य की स्थापना करके आम आदमी का साम्राज्य स्थापित किया. शिवाजी महाराज का राज्य कभी भी भोसले परिवार का नहीं था. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने आदर्श निर्धारित किया कि किसके लिए और कैसे शक्ति का उपयोग किया जाना चाहिए. शरद पवार लाल महल में अखिल भारतीय शिव राज्याभिषेक समिति द्वारा आयोजित 350वें शिव राज्याभिषेक समारोह में बोल रहे थे. इस अवसर पर सांसद वंदना चव्हाण, विधायक संग्राम थोपटे, रवींद्र धंगेकर, पूर्व विधायक चंद्रकांत मोकाटे, रमेश बागवे, पूर्व डिप्टी मेयर दीपक मानकर, डॉ. रोहित तिलक, समिति के अध्यक्ष विकास पासलकर उपस्थित थे. इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेश महाराव, पत्रकार शीतल पवार, पुणे मनपा के सिटी इंजीनियर प्रशांत वाघमारे, फिल्म निर्माता दिगपाल लांजेकर, सामाजिक कार्यकर्ता अबेदा इनामदार और थोपटे को विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया.
जबकि, मानकर, मोकाटे को शिव सृष्टि के फॉलोअप के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया था. इस अवसर पर ढोल-नगाड़ों की ध्वनि के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज को कसबा गणपति मंदिर से लाल महल तक महिलाओं द्वारा पालकी जुलूस में ले जाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रमाता जिजाऊ की वंदना से हुई. इस अवसर पर पवार और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा छत्रपति महाराज की प्रतिमा का पांच नदियों के जल से अभिषेक किया गया. आम लोगों के लिए राज्य और शक्ति का उपयोग करने का सूत्र शरद पवार ने कहा कि, छत्रपति शिवाजी महाराज ने कभी भोसलों पर शासन नहीं किया. बल्कि उन्होंने हिंदवी पर शासन किया, आम आदमी के लिए शासन किया. उन्होंने आदर्श रखा कि राज्य को प्रजा के लिए चलाया जाना चाहिए. छत्रपति शिवाजी महाराज ने देश में आम लोगों के लिए राज्य और शक्ति का उपयोग करने का सूत्र रखा. उन्होंने अंतिम व्यक्ति के लिए गरिमा के साथ जीने के लिए राज्य की स्थापना की. उनका राज्याभिषेक एक ऐतिहासिक घटना थी. लेकिन कुछ तत्वों ने इसे अलग नजरिए से देखने की कोशिश की. लेकिन इस देश का आम आदमी पहली बार सत्ता में बैठे राजा का दिल से सम्मान करता है.
प्रस्तावना में विकास पासलकर ने कहा कि शिव राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूरे होने पर समिति की ओर से 350 विद्यार्थियों को शैक्षिक अभिभावक के रूप में स्वीकार किया जाएगा. साथ ही, उन्होंने पवार से पुणे में एक शिव सृष्टि के निर्माण के लिए पहल करने का अनुरोध कि
आज का दिन पूरे देश के लिए ऐतिहासिक
पवार ने कहा, आज का दिन न केवल महाराष्ट्र के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. जिन्होंने आम आदमी का साम्राज्य स्थापित करने के लिए अपनी जान दे दी. ऐसे शिव छत्रपति को हम इस अवसर पर एक अलग उद्देश्य से स्मरण कर रहे हैं. उन्होंने एक राज्य बनाया. आज उस राज्य का कार्यभार संभालने का दिन है. इस देश में अनेक राजा हुए. लेकिन 350 साल बाद भी ऐसा कौन-सा राजा है जो देश में कहीं भी जाने के बाद आम लोगों के दिलों में याद किया जाता है. ऐसे राजा हैं छत्रपति शिवाजी महाराज. शरद पवार ने कहा, उन्होंने कभी उनके लिए राज्य नहीं चलाया. देश में देवगिरि के यादव, दिल्ली के मुगल, आदिलशाह हुए. लेकिन उनका राज्य उनके परिवार के नाम पर चलता था.