शिवाजीनगर, 24 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पुणे मनपा में 34 गांवों को शामिल करने के कारण भौगोलिक क्षेत्र की दृष्टि से राज्य की सबसे बड़ी मनपा है; लेकिन वर्ष 2010 के बाद से इस मनपा में स्थायी सुरक्षा गार्ड की भर्ती नहीं की गई है. इसलिए स्थायी सुरक्षा गार्डों के 400 पद खाली हैं. इसके अलावा मनपा की विभिन्न प्रॉपर्टीज की सुरक्षा की देखरेख के लिए 800 निजी सुरक्षा गार्डों की जरूरत है. ऐसे में मनपा की विभिन्न प्रॉपर्टीज में सुरक्षा गार्ड नहीं हैं. इससे पुणे मनपा की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं. मनपा के अंतर्गत मुख्य भवन, स्कूल, उद्यान, नाट्यगृह, वार्ड ऑफिसेस, पानी की टंकियां, जलशुद्धिकरण केंद्र, स्विमिंग पूल, एमेनिटी स्पेस जैसे लगभग 500 स्थान हैं. वर्तमान में, मनपा में कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत सुरक्षा गार्डों की संख्या 1 हजार 640 हैं, जबकि 320 स्थायी सुरक्षा गार्ड हैं, कुल 1 हजार 960 सुरक्षा गार्ड हैं; लेकिन मनपा की प्रॉपर्टीज की संख्या को देखते हुए सुरक्षा गार्डों की संख्या कम होती जा रही है.
मनपा के सुरक्षा अधिकारी राकेश विटकर ने कहा कि वर्ष 2010 के बाद से मनपा में सुरक्षा गार्डों की स्थायी भर्ती नहीं हुई है. इसलिए, स्थायी सुरक्षा गार्ड के 400 पद खाली हैं. बीमारी की स्थिति में भी सुरक्षा गार्ड को बदला नहीं जा सकता मनपा में कॉन्ट्रैक्ट और स्थायी सुरक्षा गार्डों की संख्या 1 हजार 960 है; लेकिन मनपा की प्रॉपर्टीज की संख्या अधिक है. इसलिए सुरक्षा गार्डों की संख्या बहुत कम होती जा रही है. इसलिए, यदि कोई सुरक्षा गार्ड बीमार पड़ जाता है, तो उसके बदले दूसरा सुरक्षा गार्ड उपलब्ध नहीं कराया जा सकता. इसलिए मांग की जा रही है कि, तत्काल 800 कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत सुरक्षा गार्डों को काम पर रखा जाए.
एक सुरक्षा अधिकारी का पद खाली
मनपा में तीन सुरक्षा अधिकारी के पद हैं. इसमें राकेश विटकर एक सुरक्षा अधिकारी हैं. श्रम कल्याण अधिकारी नितिन केंजले के पास सुरक्षा अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार है. एक सुरक्षा अधिकारी का पद रिक्त है. मनपा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी रमेश शेलार हैं; लेकिन उन्हें पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. मनपा के अतिक्रमण विभाग के प्रमुख माधव जगताप को मनपा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
महिला सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति जरूरी
मनपा में बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी हैं. सुरक्षा गार्डों में महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी है. अब सुरक्षा व्यवस्था में तृतीयपंथियों को भी शामिल कर लिया गया है. इसलिए इन सभी मामलों को देखते हुए मांग की जा रही है कि, मनपा में एक महिला सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति की जाए.