संसद भवन निर्माण में श्रमशक्ति और मोदी की निष्ठा अहम

08 Jul 2023 15:12:25
 
sansad
 
अरण्येेशर, 7 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
नए संसद भवन के निर्माण में मेहनतकश श्रमिक वर्ग का बहुत महत्व है. इस कार्य में विभिन्न राज्यों से आए श्रमिकों ने भाग लिया. वे ‌‘भारत माता की जय' के नारे लगाते हुए काम शुरू करते थे. यह सारी ऊर्जा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली. नए संसद भवन के वरिष्ठ सलाहकार विनायक देशपांडे ने कहा कि, श्रमिक वर्ग की ताकत और नरेंद्र मोदी की वफादारी और समर्थन संसद भवन के निर्माण में मजबूत बिंदु थे. पुणे सार्वजनिक सभा की ओर से विनायक देशपांडे को वर्ष 2023 का ‌‘सार्वजनिक काका' पुरस्कार प्रदान किया गया. यह कार्यक्रम अरण्येेशर स्थित सुपर्ण कार्यालय के सभागार में आयोजित किया गया. इस अवसर पर सेवानिवृत्त विंग कमांडर विनायक डावरे, संस्था के अध्यक्ष विद्याधर नारगोलकर, कार्यकारी अध्यक्ष अनिल शिदोरे, कार्यवाह शरद गर्भे सहित ट्रस्टी एवं कार्यकारी मंडल उपस्थित थे. विनायक देशपांडे ने कहा कि, यह अत्याधुनिक लेकिन भारतीय संस्कृति को आज भी संरक्षित रखने वाली इमारत है. संसद भवन के निर्माण में 24 महीने में 72 हजार से ज्यादा लोगों ने काम किया है. यह वेिश स्तरीय संरचना बनाई गई है और इसके निर्माण की सभी सामग्रियां भारत की हैं. विनायक डावरे और विद्याधर नारगोलकर ने अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं. संचालन भरत साबले ने किया. परिचय अनिल शिदोरे ने दिया.
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