एक करोड़ की फिरौती मांगने वाले जितेंद्र कुमार जैन की काली करतूतों का पर्दाफाश

18 Aug 2023 12:14:19
 
jain
 
 
 
यही है वो मुंबई कोर्ट का महाभ्रष्ट वकील 
 
जितेंद्र कुमार जैन
 
 मो. नं. 88262-23880
 
 
पुणे/मुंबई, 17 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
Insolvency and Bankruptcy Code- 2016-IBC का निर्माण केंद्र सरकार ने किन्हीं विशेष कारणों से किया है.‘आर्थिक समस्या में फंसी कंपनी को बाहर निकालना और अगर बाहर नहीं निकाल पाए तो उसके देनदारों (lenders) को सही वैल्यू दिलवाकर रिकवरी कराना' यह इसका मुख्य उद्देश्य है. लेकिन हकीकत में ऐसा सामने आया है कि कुछ कानूनी लोग इस कानून का निजी स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करके अवैध तरीके से पैसे कमाने की ‘दुकान' खोलकर बैठे हैं. जितेंद्र जैन जैसे बेईमान, स्वार्थी लोग सरकार द्वारा अच्छे हेतु से बनाए गए इस कानून को गैरकानूनी तरीके से अवैध कमाई का जरिया बना रहे हैं. दै. ‘आज का आनंद' की पुणे, मुंबई और दिल्ली स्थित खोजी पत्रकारों की एक टीम ने ऐसे ही एक भ्रष्टाचार के गंभीर मामले की जानकारी हासिल की है, जिसमें अपने-आपको कानून का पालनकर्ता बताने वाले इस शातिर वकील के हर तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने के सबूत और अन्य मामले सामने आए हैं. मामला ऐसा है कि जितेंद्रकुमार जैन (उम्र-45 वर्ष, निवासी-नवी मुंबई, ऑफिस पता - Level 11, Platina, C-59, G block, BKC, Bandra (E.) Mumbai - 400051) की एक मामले में National Company Law Tribunal-NCLT (राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण) मुंबई द्वारा 12 अप्रैल 2023 को लिक्विडेटर के तौर पर नियुक्ति की गई. नियुक्ति होते ही 26 अप्रैल 2023 को जितेन्द्र जैन अपने एक हस्तक जावेद मोहम्मद के साथ उस (सुरक्षा कारणों से कंपनी का नाम प्रकाशित नहीं किया गया है) कंपनी के ऑफिस में पहुंचकर वहां बिना कोई आधिकारिक परिचय देते हुए सीधे धमकी देने लगा.
 
जब प्रमोटर्स ने जितेन्द्र जैन से पूछा कि आप सही सही बताइए कि, ‘आपको यह अधिकार किसने दिया है? तब जैन ने एकदम बेशर्म होकर कहा ‘सिर्फ मैं ही आपको इस संकट से बाहर निकाल सकता हूं. इसलिए मुझे आपको एक करोड़ रुपये की धनराशि देनी होगी. लेकिन आप इसे रिश्वत न समझें, बल्कि मैं आपके पक्ष में काम करूंगा, यह उस मदद का उपहार होगा यह सुनते ही कंपनी के प्रमोटर्स अवाक्‌‍ रह गए. उन्होंने फिर पूछा कि ‘क्या धनराशि लेकर आपको यह मामला सुलझाने का अधिकार है? हमें आप यह भ्रष्ट तरीका क्यों बता रहे हो?' यह सुनते ही जितेन्द्र जैन बेहद बदतमीजी और धमकी भरे शब्दों में कहने लगा कि ‘अगर तुमने मुझे मेरी मांग के अनुसार धनराशि नहीं दी, तो मैं तुम्हारी कंपनी को उस व्यक्ति को बेच दूंगा, जो मुझे एक करोड़ रुपये देगा और तुम्हारे खिलाफ सीबीआई और ईडी में भी शिकायत करूंगा. इतना सुनते ही प्रमोटर्स ने जितेन्द्र जैन को साफ साफ कह दिया कि ‘वो जो चाहे कर सकता है. पर हम एक करोड़ रुपये अथवा कोई भी धनराशि फिरौती के तौर पर अवैध रकम बिल्कुल नहीं देंगे. हमारा न्याय व्यवस्था पर पूरा विश्वास है और हमें जो करना है हम कानून की प्रक्रिया से ही करेंगे. प्रमोटर्स के यह शब्द सुनते ही एड. जितेंद्र जैन वहां से चला गया. लेकिन उसके बाद जिस प्रकार से उसने धमकी दी थी, उस प्रकार से कंपनी और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ साजिशें रचने का उसका गैरकानूनी ‘खेल' शुरू हो गया.
 
कंपनी के प्रमोटर्स ने तीन महीनों तक उसका यह गैरकानूनी खेल देखने के बाद 15 जुलाई 2023 को पुणे स्थित शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ ‘धमकी देने, फिरौती मांगने व ब्लैकमेल करने' के मामले में धारा 384, 504, 506 के तहत शिकायत दर्ज कराई है. उक्त शिकायत पर पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है.
 
इस मामले के अलावा ‘आज का आनंद' के पत्रकारों की टीम को जितेंद्र जैन की और भी कई करतूतों का पता चला है कि कैसे वो लिक्विडेशन के नाम पर के बैंकों, NCLT व सरकारी एजेंसियों को गुमराह करने व कंपनी के प्रमोटर्स से फिरौती के रुप में लाखों-करोड़ों रुपये ऐंठकर अपनी ‘दुकान' चला रहा है. इस बारे में अधिक जानकारी लेने पर हमारे पत्रकारों के सामने यह चौंकाने वाली जानकारी भी सामने आयी है कि इस Liqulidator का यह बड़ा धंधा है, जो अवैध तरीकों से बैंकों से पैसे निकालता है और कानून का डर दिखाकर कंपनी के प्रमोटर्स को लूटता है.
 
असल में जितेन्द्र जैन ‘एजेंटगिरी' का काम करता है. वह कुछ बैंकों के अफसरों को पटाकर उनसे केस लेता है. फिर वह अपने वकील मित्रों, सीनियर काउंसिल, एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड में उसे बांटकर खाता है और उस एक केस में से दस केसेस बनाकर उन वकीलों को बैंकों से पैसे दिलाता है. जितेन्द्र जैन अगर सचमुच में वकील है तो वो खुद कोई भी केस क्यों नहीं चलाता. इससे यह स्पष्ट होता है कि श्रीमान जी श्री जितेन्द्र जैन महाभ्रष्ट व्यक्ति और कंलकित वकील है. अगर अन्य किसी संस्था अथवा व्यक्ति इस वकील से पीड़ित हैैं तो वे तुरंत आज का आनंद के पत्रकारों से संपर्क कर सकते हैं. -जनहित में प्रसारित
Powered By Sangraha 9.0