रिहायशी इलाकों में ध्वनि प्रदूषण बढ़ा : पर्यावरण रिपोर्ट

इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में घटा : प्रदूषण को रोकने कई प्रतिबंध लगाए

    08-Aug-2023
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पिंपरी, 7 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
मनपा की पर्यावरण रिपोर्ट से पता चला कि, औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों में ध्वनि प्रदूषण कम हुआ है और इसके विपरीत आवासीय क्षेत्रों में यह बढ़ गया है. व्यावसायिक क्षेत्रों में दिन के समय शोर का स्तर (साउंड या नॉइस लेवल) 65 डेसिबल और रात में 55 डेसिबल रहना अपेक्षित है. हालांकि यह स्तर 60 के आसपास है. औद्योगिक क्षेत्रों में दिन में शोर की सीमा 75 डेसिबल और रात में 70 डेसिबल होनी चाहिए, लेकिन इसमें अच्छी कमी आई है और ध्वनि का स्तर 60 से 64 है. रिहायशी इलाकों में दिन में शोर की सीमा 55 डेसिबल और रात में 45 डेसिबल होनी चाहिए, लेकिन शहर के विभिन्न आवासीय क्षेत्रों में औसत शोर स्तर 60 से 67 डेसिबल पाया गया है. मानव तथा पशु-पक्षियों के स्वास्थ्य पर ध्वनि प्रदूषण के दूरगामी प्रभावों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने वर्ष 2000 में ध्वनि प्रदूषण (विनियमन एवं नियंत्रण) नियम लागू किये हैं.
 
इसके मुताबिक ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं. हालांकि, मनपा के पर्यावरण विभाग द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, पिंपरी-चिंचवड़ शहर के आवासीय क्षेत्रों में शोर का स्तर प्रदूषण बोर्ड की निर्धारित सीमा से अधिक है. इसलिए, मनपा के लिए यह आवश्यक है कि वह नागरिकों के बीच जन जागरूकता पैदा करे. मनपा को नो हॉर्न के बोर्ड लगाने चाहिए और जहां आवश्यक हो शोर अवरोधक (नॉइस बैरियर्स) जैसे उपायों की योजना बनानी चाहिए. पिंपरी-चिंचवड़ मनपा की सीमा में पर्यावरण की मौजूदा स्थिति की 2022-23 की रिपोर्ट हाल ही में प्रकाशित हुई. इस रिपोर्ट में शहर के विभिन्न हिस्सों में ध्वनि प्रदूषण के आंकड़े दिये गये हैं. शहर के विभिन्न हिस्सों में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित क्षेत्रवार शोर स्तर की सीमा पार हुई है.
 
 
सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा सीमा के भीतर
 
शहर में पिछले तीन साल का अध्ययन करें तो गाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. वित्त वर्ष 2022-23 में आरटीओ कार्यालय में 1 लाख 7 हजार 46 नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. इसमें ई-वाहन और सीएनजी वाहन बढ़े हैं. शहर के विभिन्न इलाकों में वायु प्रदूषण की जांच की गयी है. इसलिए, हवा में सल्फर डाइऑक्साइड का स्तर निर्धारित सीमा के भीतर है. मनपा क्षेत्र में सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, धूल, कार्बन मोनोऑक्साइड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित सीमा के भीतर है.