अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन पुणे में आज से

राजभाषा विभाग की सचिव अंशुली आर्य ने दी जानकारी

    14-Sep-2023
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पुणे, 13 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
केंद्र सरकार के गृहमंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा पुणे में दो दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन आज से शुरु होगा. बालेवाड़ी स्थित शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में होने वाले इस दो दिवसीय सम्मेलन में केंद्र सरकार के विभिन्न उपक्रमों, बैंकों के हिंदी अधिकारी और हिंदी सेवा तथा भारतीय भाषा के विद्वान शामिल होंगे जो विभिन्न सत्रों में विभिन्न विषयों पर अपने ओजस्वी विचार व्यक्त करेंगे. इस सम्मेलन में विकसित भारत के भाषाई परिदृश्य जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस भी शामिल है तथा भारतीय भाषाओं से सशक्त होती हिंदी जैसे विषयों पर आधारित सत्र होंगे. सम्मेलन में राजभाषा के कार्यान्वयन में अहम योगदान देने वालों को ‌‘राजभाषा कीर्ति' और ‌‘राजभाषा गौरव' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
 
यह जानकारी बुधवार को गृहमंत्रालय के राजभाषा विभाग की सचिव अंशुली आर्य (आईएएस) ने वीआईपी गेस्ट हाउस में आयोजित पत्रकार-वार्ता में दी. इस अवसर पर संयुक्त सचिव डॉ.मीनाक्षी जौली भी उपस्थित थीं. उन्होंने आगे बताया कि समारोह में उपस्थित अतिथियों द्वारा देश भर में स्थित विभिन्न मंत्रालयों, कार्यालयों को राजभाषा के कार्यान्वयन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए ‌‘राजभाषा कीर्ति' और ‌‘राजभाषा गौरव' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. अंशुली आर्य ने कहा कि वर्ष 2019 में गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस के आयोजन को बड़े पैमाने पर दिल्ली के अलावा दूसरे शहर में भी आयोजित करने की इच्छा जाहिर की थी. इस वजह से पिछले दो सालों से राजभाषा विभाग एवं गृहमंत्रालय इस कार्य को सफलतापूर्वक कर रहा है.
 
उन्होंने बताया कि आज पूरी दुनिया डिजिटलाइज्ड हो रही है. इसलिए गृहमंत्रालय एवं राजभाषा विभाग इस प्रणाली को ध्यान में रखते हुए हिंदी के प्रयोग को इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के माध्यम से सहज बनाने की दिशा में काम करते हुए याददाश्त पर आधारित प्रणाली ‌‘कंठस्थ' (https://kanthasth-rajbhasha.gov.in) को डेवलप किया है जिसका प्रयोग सुनिश्चित कर सरकारी कार्यालयों में अनुवाद की गति एवं गुणवत्ता बढ़ाई गई है. इसके नए वर्जन में न्यूरल मशीन ट्रांसलेशन के साथ- साथ और भी अनेक नए फीचर्स जोड़े गए हैं. पिछले एक वर्ष में इस अनुवाद टूल में शामिल वाक्यों की संख्या 50 लाख से ज्यादा हो गई है. सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में ‌‘कंठस्थ' और ई-ऑफिस के इंटीग्रेशन का लोकार्पण भी किया जाएगा.
 
इससे ई-ऑफिस यूजर को किसी अन्य प्लेटफार्म पर जाए बगैर अनुवाद की सुविधा उपलब्ध होगी. इस कार्यक्रम में अतिथि हिंदी को तकनीक से जोड़ने की कड़ी में राजभाषा विभाग की एक अन्य पहल ‌‘हिंदी शब्द सिंधु' (https://hindishabdsindhu.rajbhasha.gov.in) के द्वितीय संस्करण का लोकार्पण भी करेंगे. इस संस्करण का उद्घाटन सूरत में आयोजित अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में किया जा चुका है. अब इसमें बड़ी संख्या में शब्दों को शामिल किया गया है तथा इसे विभाग द्वारा लगातार अपडेट किया जा रहा है. अमृत महोत्सव पर जारी होने वाला यह शब्दकोश विधि, तकनीकी, स्वास्थ्य, पत्रकारिता तथा व्यवसाय आदि के लिए कारगर साबित होगा.
 
 
वाराणसी में हुअा था पहला सम्मेलन
 
पहला अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन 13 से 14 नवंबर 2021 को वाराणसी में आयोजित किया गया था, इसके बाद इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए विभाग द्वारा हिंदी दिवस 2022 व द्वितीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन गुजरात के सूरत शहर में आयोजित किया गया था. इन दोनों आयोजनों में देश के कोने-कोने से 10 हजार से ज्यादा प्रतिभागी शामिल हुए थे. तीसरा आयोजन पुणे में होने जा रहा है. इस आयोजन के लिए बालेवाड़ी स्थित शिवछत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में करीब 9000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है.