पुणे, 19 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
संस्कृति प्रतिष्ठान एवं शिक्षण प्रसारक मंडली द्वारा आयोजित डॉ. कुमार वेिशास के ‘अपने- अपने राम' कथा के दूसरे दिन शुक्रवार 19 जनवरी को कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश के रामभक्तों का 527 साल से प्रतीक्षित सपना सच हो रहा है, सोमवार 22 जनवरी को दुनिया का सबसे बड़ा दीपोत्सव मनाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान राम को अयोध्या में विराजमान करेंगे. इसके साथ अयोध्या में पुणे से बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. इसके साथ राम नाम मन को, तन को, रक्त को शुद्ध करता है, इसलिए सभी भक्तगण को मैं यहीं कहना चाहूंगा के आप ‘राम नाम' को महसूस करें, उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें और अपने-अपने राम कथा के माध्यम से रामजी की बातें अपने आचरण में ढालें.
उन्होंने कहा कि ‘अपने अपने राम' एक ऐसा कार्यक्रम है जो 21वीं सदी की पीढ़ी का निर्माण करेगा. डॉ. कुमार वेिशास के आगमन से पहले इस कार्यक्रम के द्वितीय दिवस के विशेष अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया एवं प्रभु श्रीरामजी, मां सीता, लक्ष्मण एवं हनुमानजी की प्रतिमा का पूजन किया गया. इस समय मंच पर योगीराज महाराज गोसावी पैठणकर, पंकज महाराज गावड़े, प्रो. अनिरुद्ध देशपांडे, साध्वी वैष्णव दीदी सरस्वती, विधायक माधुरी मिसाल, विधायक सिद्धार्थ शिरोले, भारतीय जनता पार्टी पुणे शहर अध्यक्ष धीरज घाटे, उपाध्यक्ष राजेश पांडे, संस्कृति प्रतिष्ठान के संस्थापक पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल, दादा वेदक, मा.का.देशपांडे, पतित पावन संस्था के नितिन सोनटक्के, उद्यमी रवींद्र रांजेकर, प्रसाद देशपांडे, नंदू घाटे, सारंग काले आदि उपस्थित थे.

बावनकुले ने कहा कि यह कार्यक्रम सभी के लिए जीवन जीने का मार्गदर्शक है. इसके साथ मैं सभी पुणेवासियों से यह आग्रह करता हूं कि वे 22 जनवरी को बड़ी दिवाली मनाएं एवं दीपोत्सव में भाग लें. वहीं 22 जनवरी को अवकाश घोषणा पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार की सरकार ने छुट्टी की घोषणा की है, ताकि हर नागरिक इस दिन को ऐतिहासिक बना पाए. द्वितीय दिवस का कार्यक्रम डॉ.कुमार वेिशास की म्यूजिकल टीम द्वारा शुरू किया गया. सर्वप्रथम 14 वर्षीय बिरेन डांग ने ‘श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में' इस समधुर भजन की प्रस्तुति दी, इसी क्रम में नीरजा उप्रेती द्वारा ‘सजा दो घर को गुलशन सा मेरे घर राम आए है' यह भक्तिमय गीत पेश किया गया, फिर प्रियांश शाह द्वारा ‘विठल, विठल एवं चदरिया झीनी रे झीनी' भजन पेश किया गया, वहीं अंकिशा श्रीवास्तव द्वारा ‘एक बार तो हाथ उठा दो मेरे हनुमान के लिए' यह सुरमई भजन गया गया,

इन समधुर भजनों को सुन पूरा पंडाल भक्ति में रम गया और आए हुए सारे नागरिक भजनों पर झूम उठे. पूरा पंडाल राम नाम की तालियों से गूंज उठा. इस कार्यक्रम का सूत्र संचालन डॉ. कुमार वेिशास की टीम की एंकर एवं कवियत्री कविता तिवारी द्वारा किया गया. कार्यक्रम में आएं हुए सभी भक्तों ने रामलला के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह जताते हुए अपने हाथ उठाकर मोबाइल की टॉर्च चालू कर राम के प्रति अपना प्रेम व्यक्त किया.
भगवान राम के नाम की बांसुरी बज रही है : पंकज महाराज गावड़े
पंकज महाराज गावड़े ने कहा कि डॉ. कुमार वेिशास भगवान राम के संबंध में विद्वत व्यवस्था के व्यक्तित्व हैं. इस कार्यक्रम में भगवान राम के नाम की बांसुरी बज रही है और राम के भक्त एकत्र हुए हैं. भगवान श्रीराम मानव जाति के आधार हैं. हमें उनके आदर्श का अनुसरण करने की आवश्यकता है. हम सभी राम हैं यह समझकर हर व्यक्ति को उनके गुणों को आत्मसात करना चाहिए.
सैकड़ों वर्षों के बाद अवसर मिला : मुरलीधर मोहोल
मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पुणे के लोगों को डॉ. कुमार वेिशास की अद्भुत आवाज में राम की कहानी सुनने का अवसर प्रदान करना खुशी की बात है. देशभर का माहौल आज राममय है. सैकड़ों वर्षों के बाद हमें यह अवसर प्रदान हुआ है कि हम बड़ी-धूम और पूरी भक्ति से हमारे रामलला का स्वागत कर सकें. वर्षों के इंतजार के बाद यह सपना सच हो रहा है, यह क्षण उत्साह का क्षण है और 22 जनवरी बड़ी दिवाली मनाने का दिन है. अब हर नाम ‘राम' है.