पाषाण-सुस का अधूरा एप्रोच रोड बना खतरनाक

हर हफ्ते होती हैं 4 से 5 दुर्घटनाएं, रांग साइड में वाहन चलानेवालों से ज्यादा खतरा

    29-Jan-2024
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पुणे, 28 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पाषाण-सुस ब्रिज और पुणे-मुंबई हाइवे की ओर जाने वाली अधूरी अप्रोच रोड़ एक दुर्घटनास्थल बन गई है, जहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, पूरे इलाके में हर महीने औसतन लगभग 15 दुर्घटनाएं होती हैं. यह जानकारी आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने दी. क्षेत्रवासियों ने बताया कि पाषाण-सुस ब्रिज के निर्माण कार्य के कारण पुणे-मुंबई हाइवे के दाहिनी ओर का एग्जिट जो सर्विस रोड़ को जोड़ता है, उसे बंद कर दिया गया है, इसके परिणामस्वरूप अधिकांश वाहनचालक अपने गंतव्य तक तेजी से पहुंचने के लिए गलत दिशा में अपने वाहन चलाते हैं, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं. इसके साथ बाणेर तक पहुंचने के लिए अब ज्यादातर लोगों को यू-टर्न लेना पड़ता है, इसलिए वे जल्दी के चक्कर में सीधा रोड़ अपनाते हैं और इसके चलते वे गलत दिशा में वाहन चलाते हैं.
 
पीएसआरटीएम (पाषाण-सुस रोड़ के ट्रैफिक मैनेजमेंट) ग्रुप की सदस्य अनुजा बाली ने कहा कि लोग ब्रिज पर चढ़ने और यू-टर्न लेने में समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं. वे समय बचाने के लिए सड़क पर गलत दिशा में गाड़ी चलाते हैं. हर हफ्ते, इस खंड पर 4 से 5 दुर्घटनाएं होती हैं. इसलिए यातायात पुलिस को इस खंड पर निगरानी सख्त करनी चाहिए और जो वाहनचालक गलत दिशा में वाहन चलाते पाए जाएं, उन पर कार्रवाई करनी चाहिए. स्वामी समर्थ सोसायटी की निवासी वंदना सिंह ने कहा कि समस्या उन लोगों के साथ है जो फ्यूल और समय बचाने के लिए हर रोज यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं.
 
प्रशासन को जल्द से जल्द हाइवे का दाएं मोड़ खोलने की जरूरत है, ताकि इस इलाके में और दुर्घटनाएं न हों. पहले, लोग हाइवे तक पहुंचते थे. अब, वे गलत दिशा में गाड़ी चलाते हैं और वर्दायनी हाउसिंग सोसायटी के सामने वाली लेन लेते हैं. क्योंकि यह ब्रिज का एंट्री पॉइंट है, इसलिए यह ब्लैक स्पॉट बन गया है. क्षेत्र के अन्य निवासियों ने बताया कि इस लेन का उपयोग हाइवे से ब्रिज में प्रवेश करने वाले वाहनों द्वारा भी किया जाता है, जो गड्ढ ों से भरी हुई है. इसके साथ ब्रिज के नीचे दाईं ओर सर्विस रोड वर्तमान में शुरू नहीं है.
 
काम अगले 15 दिनों में पूरा होने की संभावना
मनपा के परियोजना विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अजय वाये ने कहा कि भूमि अधिग्रहण से संबंधित कानूनी मुद्दे के कारण सड़क के काम में देरी हुई है. हमें लगभग 2 महीने पहले हरी झंडी मिली और अधूरी अप्रोच रोड़ का काम अगले 15 दिनों में पूरा होने की संभावनाएं है.