पुणे, 2 जनवरी (आ.प्र.)
गन्ना पेराई सत्र के दो महीने पूरे होते-होते राज्य की मिलों ने अब तक 360 लाख क्विंटल शक्कर (चीनी) का ही उत्पादन किया है, जो पिछले साल (2022-23) के 450 लाख क्विंटल की तुलना में 20 प्रतिशत तक कम है. 2022-23 में गन्ना पेराई सीजन 15 अक्टूबर को शुरू हुआ था और 2023-24 में यह ऋतु चक्र (सीजन साइकिल) के चलते नवंबर में शुरू हुआ. इसी के साथ 2023-24 में राज्य की कई मिलों को गन्ने की कमी का सामना करना पड़ा है. इसके साथ राज्य में मिलें अब से एक महीने तक और चल सकेंगी, जो आमतौर पर चार महीने तक चलती हैं. 2023-24 में गन्ने की खेती मात्र 14.07 लाख हेक्टेयर रह गई है, जो 2022-23 की तुलना में 6 प्रतिशत तक कम है. वहीं शक्कर उत्पादन में कोल्हापुर क्षेत्र की मिलों ने लगभग 85 लाख क्विंटल, पुणे क्षेत्र की मिलों ने लगभग 84 लाख क्विंटल और सोलापुर क्षेत्र ने लगभग 71 लाख क्विंटल उत्पादन किया है. बता दें कि कोल्हापुर क्षेत्र में सबसे अधिक शुगर रिकवरी रेट 10.09 प्रतिशत तक दर्ज किया गया है, जो औसत 8.90 प्रतिशत से अधिक है. वर्तमान में राज्य में 195 मिलों में पेराई चल रही है, जबकि पिछले साल 201 मिलें चली थीं.
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है
● इस वर्ष गन्ने की खेती में आई गिरावट.
● मानसून की कमी के कारण उत्पादन पर पड़ा असर.
● राज्य में मिलें अब से एक महीने तक और चलेंगी.
● आने वाले समय में शक्कर की कीमतें बढ़ने की आशंका.