कोथरूड, 19 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) तेजी से विकसित हुए कोथरुड का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है. क्योंकि कोथरूड के निर्माण में कई लोगों का अहम योगदान रहा है. यह विचार केंद्रीय सहकार और नागरी उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने व्यक्त किए. मेनका प्रकाशन के कोथरूड दिवाली अंक का विमोचन समारोह शनिवार शाम 6 बजे कर्वेनगर स्थित कमिन्स कॉलेज के के.बी.जोशी सभागार में आयोजित किया गया था. उस समय मोहोल बोल रहे थे. उच्च एवं तकनीकी शिक्षामंत्री चंद्रकांत पाटिल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुणे महानगर संघचालक रवींद्र वंजारवाडकर, महाराष्ट्र साहित्य परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो.मिलिंद जोशी, अंतरसांस्कृतिक विशेषज्ञ वैशाली करमरकर, संगीतकार डॉ. सलिल कुलकर्णी, कोथरुड दिवाली अंक के संपादक अभय कुलकर्णी, कार्यकारी संपादक सुकृत करंदीकर मंच पर उपस्थित थे. चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि 1982 में विद्यार्थी परिषद का संघटनमंत्री बनने के बाद पुणे शहर से मेरा संपर्क बढ़ा. मैं पुणे पदवीधर मतदारसंघ से विधायक चुना गया. कोथरुड विधानसभा का विधायक भी चुना गया. कोथरुड अनेक विविध घटनाओं से समृद्ध है, इसका विवरण और विशेषताएँ दिवाली अंक में समाहित हैं. डॉ.सलिल कुलकर्णी ने कहा कि कोथरूड में रहनेवाले कई कलाकार कोथरूड पर गर्व करत है. वैशाली करमरकर ने कहा कि कोथरूड पर आधारित यह दिवाली अंक पुणे की विशेषता पर प्रकाश डालता है.मिलिंद जोशी ने कहा, हमारी सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानना जरूरी है. रवींद्र वंजारवाडकर ने कहा कि दिवाली अंक में ग्रामीण और शहरीकरण के साथ-साथ कोथरूड के सभी विशेषताओं का उल्लेख किया गया है. कार्यक्रम का प्रास्ताविक अभय कुलकर्णी ने किया. सूत्रसंचालन वसुंधरा काशीकर ने किया.