पुणे, 23 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पुणे जिले की विधानसभा चुनावी गतिविधियों में राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा आठ जगहों पर उम्मीदवारों की घोषणा के बाद भी वड़गांव शेरी में सस्पेंस बना हुआ है. हड़पसर विधानसभा क्षेत्र से महायुति में अजित पवार गुट को उम्मीदवार मिल जाने के बाद शिवसेना शिंदे गुट के नाना भानगिरे का नाम कट गया, लेकिन वड़गांव शेरी से महायुति में सीट बंटवारे और उम्मीदवार को लेकर अब भी स्थिति साफ नहीं है. वड़गांव शेरी से अजित पवार गुट की ओर से सुनील टिंगरे और भाजपा की ओर से जगदीश मुलीक उम्मीदवार बनना चाहते हैं. पर अब तक इस सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है.
इस बीच, सुनील टिंगरे ने वेिशास जताया है कि जल्द उनके नाम की घोषणा होगी. सुनील टिंगरे ने कहा, मेरा अजित दादा पर पूरा वेिशास है. मुझे पार्टी ने एबी फॉर्म दे दिया है. मैं वड़गांव शेरी में विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ूंगा. मित्रतापूर्ण मुकाबले का सवाल ही नहीं उठता. अगर ऐसा होता है, तो फिर कई विधानसभा क्षेत्रों में मित्रतापूर्ण मुकाबले करने पड़ेंगे. अगर कोई शरद पवार की सहानुभूति के साथ चुनाव लड़ रहा है, तो वह कभी सफल नहीं होगा. मेरे सामने के उम्मीदवार को विकास के मुद्दे पर लड़ना चाहिए. शरद पवार कल भी हमारे लिए दैवत थे, वे मेरे कान पकड़ सकते हैं, क्योंकि मेरी चार पीढ़ियां उनके लिए काम कर चुकी हैं. मेरी बात अजित दादा पवार और प्रफुल्ल पटेल से हो चुकी है. उन्होंने मुझे विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा है. इसलिए, वड़गांव शेरी से जल्द मेरे नाम की घोषणा होगी.
लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी ः जगदीश मुलिक
वड़गांव शेरी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को भी बगावत का सामना करना पड़ सकता है. पूर्व विधायक जगदीश मुलीक को पार्टी ने लोकसभा का वादा किया था, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला. इससे पहले ही भाजपा ने अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस से गठबंधन किया और यह सीट उन्हें दे दी गई. इस कारण मुलीक के लिए फिर से मुश्किल खड़ी हो गई है. उन्होंने पार्टी से यह सीट अजित पवार से वापस लेने की मांग की. अगर यह मांग पूरी नहीं होती, तो मुलीक ने सोशल मीडिया पर ऐलान किया कि वे लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी. इस कारण महायुति में अगर यह सीट राष्ट्रवादी को दी जाती है, तो क्या जगदीश मुलीक निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे? इस पर सभी की नजरें टिकी हैं.