वड़गांवशेरी विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन और भूमिपूजन करते हुए उपमुख्यमंत्री अजित
पवार. इस अवसर पर उपस्थित विधायक सुनील टिंगरे, महिला प्रदेशाध्यक्षा रूपाली चाकणकर, राजलक्ष्मी भोसले,
सतीश म्हस्के, सुहास टिंगरे और अन्य.
वड़गांवशेरी, 5 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
हाल ही के समय में एक अच्छे जनप्रतिनिधि, जिन्होंने नगरसेवक के रूप में भी काम किया है और सभी समाज के वर्गों में घुल-मिलकर रहते हैं, सभी को न्याय देने वाले ऐसे विधायक सुनील टिंगरे हैं. इसके बावजूद विधायक सुनील टिंगरे को एक मामले से कोई संबंध न होने के बावजूद जानबूझकर बदनाम किया गया. उनके विधानसभा क्षेत्र में किए गए काम की सराहना की जानी चाहिए, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बिना कल्याणीनगर पोर्शे हादसे का जिक्र किए सुनील टिंगरे की मजबूती से पैरवी की. विधायक सुनील टिंगरे के प्रयासों से शुक्रवार को येरवड़ा की सब्जी मंडी का नवीनीकरण, शास्त्रीनगर का फ्लाईओवर और खराड़ी में बने राजमाता जिजाऊ उद्यान के उद्घाटन के अवसर पर वे बोल रहे थे. इस मौके पर महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे, महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर, कार्यक्रम के आयोजक विधायक सुनील टिंगरे सहित मनपा आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले, सिटी इंजीनियर प्रशांत वाघमारे और अन्य उपस्थित थे. अजित पवार ने कहा कि पंद्रह करोड़ रुपये खर्च करके साढ़े सात एकड़ में राजमाता जिजाऊ उद्यान बनाया गया है. इस उद्यान के बाकी कामों के लिए नौ करोड़ रुपये का फंड मैं मंजूर करूंगा. अब तक वड़गांवशेरी के लिए मैं डेढ़ हजार करोड़ रुपये का फंड दे चुका हू्ं. अगर महायुति के उम्मीदवार को वोट दिया तो अगले पांच सालों में पांच हजार करोड़ रुपये देने का काम करूंगा. लोहगांव और वाघोली को पर्याप्त पानी मिले, इसके लिए भी मैं प्रयास करूंगा. लाड़की बहीण योजना का जिक्र करते हुए पवार ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी की वजह से मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा मिला, यह एक ऐतिहासिक दिन है. इससे मराठी भाषा का इतिहास और गौरव पूरी दुनिया में पहुंचेगा.
क्षेत्र के लिए 3 वर्षों में 1500 करोड़ का फंड
अजित पवार ने कहा कि वड़गांवशेरी विधानसभा क्षेत्र में विधायक सुनील टिंगरे के प्रयासों से पिछले पांच सालों में डेढ़ हजार करोड़ रुपये का फंड आया है. वड़गांवशेरी के लोगों, इनमें से दो साल बर्बाद हुए. एक साल कोरोना में और एक साल विपक्ष में चले गए. अगर तीन साल में डेढ़ हजार करोड़ आया, तो मेरी आपसे विनती है कि अब विधानसभा चुनाव आ रहे हैं. महायुति का उम्मीदवार हम देंगे, वही उम्मीदवार होगा जो आपके मन का होगा, चिंता मत कीजिए. पिछले तीन सालों में डेढ़ हजार करोड़ आया, अगले पांच सालों में ढाई हजार करोड़ रुपये की राशि यहां की बुनियादी सुविधाओं और विकास कार्यों के लिए लाएंगे.