शिवाजीनगर, 18 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) हमारा देश लोकतांत्रिक है. लोकतंत्र को अपनाये हुए 70 वर्ष बीत गये. हालांकि, हमारे चुनाव में अभी भी 100 फीसदी वोटिंग नहीं होती है. ये सरासर गलत है, ऐसे शब्दों में तीखा हमला करते हुए अलगअलग क्षेत्रों के लोगों ने राज्य के मतदाताओं को वोट देने की अपील की है. उनका कहना है कि मतदान करना, हमारा सिर्फ राष्ट्रीय कर्तव्य ही नहीं बल्कि बड़ी जिम्मेदारी भी है. लोकतंत्र में सरकार के माध्यम से हमारा जीवन बदलता है. हालांकि, जो लोग वोट नहीं देते वे मनपसंद सरकारें भी नहीं चुन सकते. स्वाभाविक रूप से, वे सरकार की विभिन्न योजनाओं की आलोचना करते हैं. दरअसल, चुनाव में अपनी पसंद की सरकार चुनने का अवसर और अधिकार सभी को मिलता है. इन लोगों ने उस मौके को न चूकने की अपील की है. यदि आप चाहते हैं कि देश में, राज्य में अच्छे परिवर्तन हों, तो मतदान अवश्य करें. मतदान के माध्यम से हम मिलकर सामूहिक रूप से सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं. चुनाव और वोटिंग राज्य और देश की राजनीति में गहरा असर करता है. इसकी अहमियत पहचानें.
राष्ट्रहित में अपने वोट के महत्व को समझें
मतदान करना राजनीतिक जिम्मेदारी की दिशा में हमारा पहला कदम है. अपने वोट के महत्व को समझना चाहिए. वोट किसी को भी दें लेकिन बर्बाद न होने दें. राष्ट्रहित में वोट करना जरुरी है. हर किसी का एक एक वोट बेहद मौलिक है. यह राज्य और देश की राजनीति में गहरा असर करता है. देश की समग्र प्रगति में वोटिंग की अहमियत हमें समझनी चाहिए. इस गलतफहमी में मत रहिए कि मेरे एक वोट से क्या फर्क पड़ेगा? वोटिंग के लिए कुछ समय अपने महाराष्ट्र के हित में समर्पित करें. कर्तव्यनिष्ठ बनकर राष्ट्रहित में वोट करना न सिर्फ बल्कि हमारी जिम्मेदारी है. हमारे देश के हित को सर्वोपरी माननेवाला कोई भी देशवासी वोटिंग छोड़ छुट्टी नहीं मनाएगा. आपके एक एक वोट से चुनी हुई सरकार आपके ही जिंदगी पर असर करती है. इसलिए कोई भी बहाने न बनाते हुए वोट करें और अपनी कर्तव्यों का तथा जिम्मेदारी का निर्वहन करें. - संतोष जैन, डायरेक्टर, संतोष ग्रुप
वोट करना हमारा मूल कर्तव्य
वोट करना आपका अधिकार है. यह हमारा मूल कर्तव्य है. हमें अपने महाराष्ट्र के विकास के लिए सही उम्मीदवार को वोट देने की जरूरत है. मैं सभी व्यापारियों से भी अपील करता हूं कि आप स्वयं, अपने परिवार, अपने स्टाफ को मतदान करने के लिए अवश्य भेजें. चाहे कुछ भी जाए लेकिन मतदान जैसे महान अवसर को न चूकें. - फतेचंद रांका, अध्यक्ष, पुणे व्यापारी महासंघ
मतदान कराना सभी नागरिकों की जिम्मेदारी
चुनाव में वोट देने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है. कई पढ़े-लिखे लोग इसका गैर फायदा उठाते हैं और वोट देना टालते हैं. दरअसल, खुद को पढ़ा-लिखा कहने वाले लोग सरकार की नीतियों की आलोचना तो करते हैं, लेकिन चुनाव में वोट नहीं देते. यह गलत है. हमें ये समझना होगा कि लोकतंत्र में सरकार हमारे जीवन में कई बदलाव कर सकती है. यदि आप चाहते हैं कि वे परिवर्तन अच्छे हों, तो मतदान करना एक आसान तरीका है. - शांतिलाल कटारिया, गवर्निंग काउंसिल सदस्य, क्रेडाई नेशनल
अपने कर्तव्य को निभाएं और वोट जशर डालें
वोट डालना हमारा मौलिक अधिकार ही नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण जिरमेदारी भी है. वोटिंग से हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारी आवाज सुनी जाए और सही लोग सत्ता में आएं. हर एक वोट कीमती है और यह हमारे राज्य और देश के भविष्य को आकार देने में अहम भूमिका निभाता है. अगर हम वोट नहीं डालते, तो हम अच्छे नेताओं का चयन करने का मौका खो देते हैं और शायद गलत लोग सत्ता में आ सकते हैं, जो हमारी समस्याओं को नहीं समझते. महाराष्ट्र राज्य में चल रहे चुनाव के दौरान में 20 नवंबर को सभी से निवेदन है कि अपने वोट का उपयोग करें. आपका एक वोट विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा को बेहतर बना सकता है. इसलिए, अपने कर्तव्य को निभाएं और वोट जशर डालें. - विजय भंडारी, प्रेसीडेंट, जीतो एपेक्स
मतदान सिर्फ जिम्मेदारी नहीं बल्कि मौलिक अधिकार
हमारे पास अपने आस-पास के लोगों को प्रेरित करने और सशक्त बनाने का एक अनूठा अवसर है. आइए इस प्रभाव का उपयोग अपने नेटवर्क को मतदान के अपने मौलिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए करें. मतदान केवल एक नागरिक कर्तव्य नहीं है, बल्कि एक अनिवार्य जिम्मेदारी है जो हमारे राष्ट्र के भविष्य को आकार देती है. मतदान के महत्व को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने और यह सत्यापित करने के द्वारा कि हमारे साथियों ने अपने मतपत्र डाले हैं, हम सामूहिक रूप से सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं. साथ मिलकर, आइए एक ऐसा प्रभाव पैदा करें जो सक्रिय नागरिकता की संस्कृति को बढ़ावा दे और हमारे लोकतंत्र के ताने-बाने को मजबूत करे. - मगराज एम. राठी, संस्थापक-अध्यक्ष, समस्त राजस्थानी समाज संघ
सरकारें मतदाता के दिए वोटों के आधार पर बनती हैं
महाराष्ट्र में लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है. लोकतंत्र में मतदाता ही राजा होता है, जबकि सरकारें मतदाता के दिए वोटों के आधार पर बनती हैं. इसलिए आपका वोट बहुत महत्वपूर्ण है. सरकार या सिस्टम के खिलाफ सिर्फ बोलने के बजाय, भारत के नागरिक के रूप में वोट देने के अधिकार का प्रयोग करना हमारा प्राथमिक कर्तव्य है. हम सभी को बुधवार (20 नवंबर) को अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देकर लोकतंत्र में अपना मतदान कर्तव्य निभाना चाहिए. - एड. सुभाष मोहिते, अध्यक्ष, पुणे शहरी सहकारी बैंक एसोसिएशन

वोट करना हमारी नागरिकता का सम्मान
हमारे भारत में लोकतंत्र है. इसलिए मतदान हमारा अधिकार है. हमारे भविष्य का निर्णय मतदान के माध्यम से किया जा सकता है. बहुत से लोग चुनाव में तो वोट नहीं देते, लेकिन अगले 5 साल के लिए सरकार की आलोचना करते हैं. इसके बजाय, आपको उस उम्मीदवार को वोट देना चाहिए जिसे आप सही समझते हैं. यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है. यदि हम भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में वोट करते हैं तो यह हमारा सम्मान हैं, और अगर वोट नहीं करते तो यह भारतीय नागरिक के रूप में हमारा अपमान है. वर्तमान समय में व्यापारी बेहद परेशान हैं. जीएसटी, मॉल कल्चर, ऑनलाइन, टैक्सेशन ने समस्या बढ़ा दी है. किसान और उद्योग दिन-ब-दिन गिरते जा रहे हैं. इसे रोकने के लिए अच्छे राजनेताओं को चुना जाना चाहिए. इसके लिए चुनाव में मतदान करना एक आसान तरीका है. हमें उस तरीके को चुनना और वोट देना चाहिए. - अभय संचेती, व्यापारी, पुणे
वोट करने का मौका चूकना नहीं चाहिए
लोकतंत्र में कोई भी चुनाव बहुत महत्वपूर्ण होता है. यह मतदाताओं के लिए अपनी पसंद की सरकार चुनने का अवसर है. किसी को भी यह मौका नहीं चूकना चाहिए. बुधवार (20 नवंबर) को महाराष्ट्र विधानसभा के लिए होने वाला चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह महाराष्ट्र की भविष्य की दिशा तय करेगा. इस चुनाव में अधिक से अधिक संख्या में मतदाता मतदान करें. हमने ग्राहकों से अपील की है कि वे सुबह-सुबह वोट करें और चाय के लिए ग्राहक पेठ के कट्टा पर आएं. जिन ग्राहकों ने वोट किया है, उन्हें हम ग्राहक पेठ के कट्टा पर आमंत्रित करते हैं. उन्हें हम ग्राहक पेठ और ग्राहक पंचायत की ओर से मुफ्त चाय और क्रीम रोल देने जा रहे हैं. - सूर्यकांत पाठक, कार्यकारी निदेशक, ग्राहक पेठ