पुणे, 27 नवंबर(आ.प्र.)
देश ही नहीं बल्कि जैव ईंधन के क्षेत्र में क्रांति लाने में प्रमोद चौधरी का योगदान बहुत बड़ा है. वे भारत के एथेनॉल मैन के नाम से मशहूर वरिष्ठ उद्यमी और प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. वह प्रमोद चौधरी के 75वें जन्मदिन के मौके पर आयोजित विशेष कार्यक्रम ‘अमृत योग’ में गड़करी बोल रहे थे. सेनापति बापट रोड स्थित होटल जेडब्ल्यू मैरियट में आयोजित कार्यक्रम में गड़करी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम के लिए मंच पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पद्म भूषण. डॉ.रघुनाथ माशेलकर, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ.एस. बी. मुजुमदार, फोर्स मोटर के अध्यक्ष्. डॉ. अभय फिरोदिया, पर्सिस्टेंट के अध्यक्ष आनंद देशपांडे और प्राज के प्रबंध निदेशक शिशिर जोशीपुरा, प्राज के बायोएनर्जी व्यवसाय के अध्यक्ष अतुल मुले उपस्थित थे.
डॉ. चौधरी को मानद प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया. जैव ईंधन के क्षेत्र में डॉ. नितिन गडकरी ने कहा कि प्रमोद चौधरी द्वारा किया गया काम अभूतपूर्व है और पिछले 50 वर्षों में उन्होंने काफी संघर्ष के बाद इस क्षेत्र में सफलता हासिल की है, मफउन्होंने देश के लोगों को जैव ईंधन के महत्व के बारे में समझाने का काम किया. गन्ने के साथ-साथ कई अन्य सामग्रियों से इथेनॉल बनाने के प्रयोग किए गए, जिससे अर्थव्यवस्था को अच्छा बढ़ावा मिला. इन सभी कार्यों में चौधरी द्वारा किया गया कार्य बहुत बड़ा है.
पिछले साल मक्के की कीमत 1,200 रुपये प्रति क्विंटल थी, लेकिन इससे इथेनॉल का उत्पादन अब सीधे दोगुना हो गया है. इथेनॉल से विमानन ईंधन का उत्पादन अब शुरू हो गया है और अगले पांच महीनों में चार पहिया वाहन निर्माता महिंद्रा, टोयोटा, हुंडई, टाटा 100 प्रतिशत बायो-एथेनॉल से चलने वाली कारें बाजार में पेश करने जा रहे हैं ले आऊंगा. डॉ.रघुनाथ माशेलकर ने कहा कि प्रमोद चौधरी जैसे संशोधक के माध्यम से इस क्षेत्र में प्रगति आसान हो गई है.कार्यक्रम की प्रस्तावना शिशिर जोशीपुरा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन अतुल मुले ने किया. कार्यक्रम का संचालन चैतन्य राठी ने किया.