पुणे, 28 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
नेशनल बुक ट्रस्ट का कार्यालय अब मुंबई से स्थायी रूप से पुणे में स्थानांतरित होगा, और इसके लिए पुणे मनपा ने एक इमारत का स्थान तात्कालिक रूप से किराए पर उपलब्ध कराया है. अब यह कार्यालय केवल पुणे पुस्तक महोत्सव के समय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे साल एनबीटी का कार्य जारी रहेगा. मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा मिल चुका है. इसलिए इसकी जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने के लिए एक फिल्म बनाकर महोत्सव में प्रदर्शित की जाएगी. बच्चों के लिए फिल्म फेस्टिवल के साथ-साथ एक पुस्तक-आधारित नाटक का आयोजन भी किया जाएगा, ताकि बच्चों में पढ़ने की रुचि पैदा हो. पुणे शहर विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी बन चुका है. इसलिए पुणे पुस्तक महोत्सव भी सफल होगा, ऐसा वेिशास पूर्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने गुरुवार को व्यक्त किया.
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से इस वर्ष का पुस्तक महोत्सव 14 से 22 दिसंबर तक फर्ग्युसन कॉलेज के मैदान पर आयोजित किया जाएगा. महोत्सव के कार्यालय का उद्घाटन और मंडप का भूमिपूजन गुरुवार को पूर्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल के हाथों संपन्न हुआ. इस मौके पर महोत्सव के आयोजक राजेश पांडे, सांसद प्रा. मेधा कुलकर्णी, सावित्रीबाई फुले पुणे वेिशविद्यालय के कुलपति सुरेश गोसावी, एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक, और कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं. कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजय चाकने ने किया, और प्रसेनजीत फडणवीस ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का हमारा लक्ष्य
पुणे में साहित्य के प्रति जागरुकता है. पिछले महोत्सव में 200 स्टाल थे, इस बार यह संख्या तीन गुना बढ़कर 600 हो गई है. हमारा उद्देश्य इसे देश का नंबर एक महोत्सव बनाना है. भविष्य में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का हमारा लक्ष्य है. बच्चों के लिए दुनिया भर की प्रसिद्ध फिल्में दिखाने और एक फूड फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाएगा. मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा मिलने के बाद, अब इसे अन्य भाषाओं में अधिकाधिक अनुवादित किया जाएगा.
- युवराज मलिक, डायरेक्टर, एनबीटी
स्टोरी टेलिंग का कार्यक्रम भी होना चाहिए
पुणे शिक्षा का केंद्र है और यहां कई शैक्षणिक संस्थान हैं. पुणे पुस्तक महोत्सव इस बार बड़े स्तर पर आयोजित होगा. बच्चों के लिए फिल्म फेस्टिवल के साथ कहानी सुनाने और पुस्तक पढ़ने के सत्र भी आयोजित किए जाने चाहिए. मुझे गर्व है कि यह ऐतिहासिक महोत्सव पुणे में हो रहा है.
-प्रो. मेधा कुलकर्णी, राज्ससभा सांसद
7.5 लाख लोग महोत्सव में शामिल होंगे
यह महोत्सव किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पुणेकरों का है. इस आयोजन में जनभागीदारी महत्वपूर्ण है. इस वर्ष चार वेिश रिकॉर्ड बनाए जाएंगे, और चीनी रिकॉर्ड को तोड़ने का प्रयास किया जाएगा. करीब 7.5 लाख लोग इस महोत्सव में भाग लेंगे. इस बार 598 स्टॉल होंगे, और 80 अन्य स्टॉल लगाने की प्रतीक्षा में हैं. पिछले वर्ष 11.5 करोड़ रुपये की पुस्तक बिक्री हुई थी, जो इस बार दोगुनी होने की उम्मीद है.
- राजेश पांडे, संयोजक, पुणे पुस्तक महोत्सव