बाबा कल्याणी की संपत्ति व्यक्तिगत नहीं

छोटे भाई गौरीशंकर कल्याणी का दावा; अदालत में 6000 पन्नों का हलफनामा दाखिल

    03-Dec-2024
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पुणे, 2 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
प्रसिद्ध उद्योगपति बाबा कल्याणी द्वारा अर्जित संपत्ति को स्वनिर्मित नहीं माना जा सकता, क्योंकि इस संपत्ति पर परिवार का अधिकार है. यह दावा उनके छोटे भाई गौरीशंकर कल्याणी ने किया है. गौरीशंकर और उनकी पत्नी रोहिणी कल्याणी ने इस मामले पर पहली बार सार्वजनिक रूप से बयान दिया है. उन्होंने पुणे जिला सत्र न्यायालय में 6000 पन्नों का हलफनामा दाखिल किया है, जिसमें कल्याणी परिवार के हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) का विवरण प्रस्तुत किया गया है. इस हलफनामे के बाद बाबा कल्याणी की मुश्किलें बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.
 
पुणे जिला सत्र न्यायालय में इस मामले की सुनवाई शुरू हो गई है. गौरीशंकर कल्याणी के हलफनामे पर विस्तृत चर्चा की जाएगी. दूसरी ओर, बाबा कल्याणी ने दावा किया था कि हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) अस्तित्व में नहीं था. इसके जवाब में गौरीशंकर ने एचयूएफ के सभी दस्तावेज अदालत में पेश किए ह्‌ैं‍. उनका कहना है कि बाबा कल्याणी ने जो व्यवसाय खड़ा किया है और जो संपत्ति अर्जित की है, वह एचयूएफ की पूंजी से की गई है, इसलिए उस पर पूरे परिवार का अधिकार है. सुलोचना कल्याणी की दो वसीयतें कल्याणी परिवार में संपत्ति विवाद के साथ-साथ उनकी मां सुलोचना कल्याणी की वसीयत को लेकर भी विवाद चल रहा है.
 
बाबा कल्याणी ने अदालत में सुलोचना कल्याणी की 2012 की वसीयत पेश की है, जबकि गौरीशंकर ने 2022 में तैयार सुलोचना की दूसरी वसीयत अदालत में प्रस्तुत की है. अब यह अदालत तय करेगी कि इनमें से कौन सी वसीयत सही है. हजारों करोड़ की संपत्ति दांव पर बाबा और गौरीशंकर कल्याणी द्वारा अदालत में प्रस्तुत वसीयतों में संपत्ति का विवरण अलग-अलग है. लेकिन संपत्ति की कुल अनुमानित कीमत हजारों करोड़ रुपये है. इसमें सोने-चांदी के आभूषण, पुणे, सातारा और कराड की जमीनें, भारत फोर्ज और अन्य कंपनियों के शेयर, करोड़ों की जमा पूंजी और बॉन्ड शामिल हैं.
 
परिवार के अन्य सदस्य भी आए सामने
 
बाबा कल्याणी की बहन सुगंधा हिरेमठ, उनके बेटे समीर हिरेमठ और बेटी पल्लवी स्वादी ने भी बाबा कल्याणी के खिलाफ याचिका दाखिल की है. इनका दावा है कि यह संपत्ति हिंदू अविभाजित परिवार की है और इस पर उनका भी अधिकार है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बाबा कल्याणी परिवार की संपत्ति का हिस्सा किसी को नहीं देना चाहते और सच्चाई को नकार रहे हैं.