पुणे, 29 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पुणे शहर में ट्रैफिक की समस्या गंभीर होने के कारण लोगों ने सुझाव दिया है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री किया जाए. अब यह मांग शहर के विभिन्न मांगों से जोर पकड़ने लगी है. अब लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री करने पर जोर दे रहे हैं उनका मानना है कि शहरों में आवागमन के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहद महत्त्वपूर्ण है. खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों जिन्हें काम के लिए रोजाना शहर के विभिन्न हिस्सों में जाना पड़ता है. यदि यह सुविधा उन्हें फ्री मिल गई तो उन्हें बहुत बड़ी राहत मिलेगी. पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री होने से अयादा से अयादा लोग इस सुविधा का इस्तेमाल करेंगे. फलस्वरुप निजी वाहनों का इस्तेमाल कम होगा व शहर के बढ़ते ट्रैफिक पर थोड़ा लगाम लग सकेगी. साथ ही पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी यह एक सकारात्मक कदम साबित होगा. पुणेवासियों ने इस मांग के साथ ही इससे होने वाले फायदे के बारे कहा कि जब राजनैतिक दल अपने फायदे के लिए बिजली, पानी और अन्य मुफ्त योजनाओं को लागू कर सकते हैं तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट को क्यों फ्री नहीं कर सकते हैं. ट्रांसपोर्ट को फ्री क्यों नहीं कर सकते हैं? जब दिल्ली में करीब ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त में हॉस्पिटल और स्कूल की सुविधा मुफ्त दी गई है. तो पुणे में कम से कम पब्लिक ट्रांसपोर्ट तो फ्री कर ही सकते हैं. पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री होने पर लोग प्राइवेट वाहनों का उपयोग कम करेंगे. जिससे सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति नहीं बनेगी.
शुरुआत ऐसे करें
विद्यार्थियों को फ्री सुविधा दी जा सकती है महिलाओं को सब्सिडी दी जा सकती है विकलांगों के लिए मुफ्त सेवा सप्ताह में दो दिन मुफ्त सेवा दी जासकती है इसके साथ ही ऑड-इवन फॉर्मूले का भी उपयोग किया जा सकता है.
लोग प्राइवेट व्हीकल का उपयोग कम करेंगे
पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री होने से शायद लोग प्राइवेट व्हीकल त्याग कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट यूज करें तो ट्रैफिक कुछ मात्रा से कम होने की संभावना है. एयर पॉल्यूशन भी कम होगा तो पॉल्यूशन कम होने से संभावित बीमारियां कम होंगी, हालांकि यदि फ्री संभव नहीं हो तो भी कम से कम रियायत देकर ही लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट यूज करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए. यह सुविधा शुरुआत में महिलाओं, वृद्धों, विद्यार्थियों के लिए फ्री की जा सकती है. जिससे ट्रैफिक समस्या से मुक्ति मिल सकती है.
- सोनिल शाह, जेएम रोड
लोग ज्यादा से ज्यादा इस सुविधा का उपयोग करेंगे
शहरों में आवागमन के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहद महत्त्वपूर्ण है. खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए जिन्हें काम के लिए रोजाना शहर के विभिन्न हिस्सों में जाना पड़ता है. यदि यह सुविधा उन्हें मुफ्त में मिल जाती है तो उन्हें काफी मदद मिलेगी. वहीं पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री होने से अयादा से अयादा लोग इस सुविधा का इस्तेमाल करेंगे. फलस्वरुप निजी वाहनों का इस्तेमाल कम होगा व शहर के बढ़ते ट्रैफिक पर थोड़ा लगाम लग सकेगी, साथ ही पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी यह एक सकारात्मक कदम साबित होगा.
- मोनिका वर्मा, वाकड़
पब्लिक ट्रांसपोर्ट हेतु जागरुकता पैदा की जाए
पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री होने से शायद लोग निजी वाहनों का उपयोग कम करेंगे. जिससे सड़कों पर ट्रैफिक कम होगा. इससे प्रदूषण भी कम होगा और लोगों को ह्यदय और श्वसन की बीमारियों से बचाव होगा. हालांकि यदि फ्री संभव नहीं हो तो भी कम से कम रियायत देकर ही लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट यूज करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए. यह सुविधा शुरुआत में महिलाओं, वृद्धों, विद्यार्थियों के लिए फ्री किया जा सकती है. जिससे ट्रैफिक समस्या का समाधान हो सकता है.
- मोती रामवानी, पिंपरी
शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री करने की जरूरत
शहरों में बढ़ते प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मुफ्त करना एक प्रभावी कदम हो सकता है| इस पहल से गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा. लोग निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करेंगे, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और प्रदूषण में भी गिरावट आएगी. महिलाओं, छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा में अधिक सुविधा मिलेगी. इसके अलावा, ईंधन की खपत कम होने से विदेशी तेल आयात पर निर्भरता घटेगी और पर्यावरण को भी राहत मिलेगी. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का मुफ्त उपयोग शहर के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देगा. - डिम्पल ओसवाल, कोंढवा
पर्यावरण के लिए भी सकारात्मक कदम होगा
पुणेवासियों ने इस मांग के साथ ही इससे होने वाले फायदे के बारे में कहा कि जब राजनैतिक दल अपने फायदे के लिए बिजली, पानी और अन्य मुफ्त योजनाओं को लागू कर सकते हैं तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट को क्यों फ्री नहीं कर सकते हैं. पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री होने पर लोग प्राइवेट वाहनों का उपयोग कम करेंगे. जिससे सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति नहीं बनेगी. लोग समय पर अपने ऑफिस और कारखानों में पहुंच सकेंगे. विद्यार्थी भी समय पर स्कूल-कॉलेज पहुंच सकेंगे.
- चंदर अचरा, पिंपरी
लोअर मिडिल क्लास को राहत मिलेगी
पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री होने से लोग समय पर अपने ऑफिस और कारखानों में पहुंच सकेंगे. इसके साथ ही बच्चों के लिए स्कूल-कॉलेज पहुंचना भी आसान हो जाएगा. इसके साथ ही फ्री ट्रांसपोर्ट से गरीब और लोअर मिडिल क्लास को राहत मिलेगी स्कूल कॉलेजों तक पहुंचने में आसानी होगी. पैदल चलने और शारीरिक श्रम करने से लोगों की फिजिकल एक्टिविटी बढ़ेगी जिससे उन्हें स्वास्थ्य लाभ भी होगा.
- कमल रांका, पुणे-सातारा रोड