कोथरूड, 5 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
खेलों को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करना और वेिशविद्यालय स्तर पर खेलों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के मुख्य उद्देश्य के साथ एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी ने पहली बार ‘स्पोर्ट्स एडवाइजरी बोर्ड' की स्थापना की है. यहां खेल नीति लागू करना, अनुभवी खिलाड़ियों से सलाह और मार्गदर्शन लेना और खेल कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करने के साथ देश को खेल में महाशक्ति बनाने के लिए यह पहल की गई है. एमआईटी डब्ल्यूपीयू के खेल विभाग द्वारा स्थापित स्पोर्ट्स एडवाइजरी बोर्ड की पहली बैठक डब्ल्यूपीयू के संत श्री ज्ञानेेशर हॉल में आयोजित की गई थी. इस समय उपस्थित गणमान्यों ने कहा कि वे उपरोक्त निर्णय से सहमत होंगे और यशाशीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाएगा. बैठक की अध्यक्षता एमआईटी डब्ल्यूपीयू के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. वेिशनाथ दा. कराड ने निभाई. साथ ही डब्ल्यूपीयू के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. राहुल वेिशनाथ कराड, कुलपति डॉ. आर. एम. चिटणीस, कुलसचिव गणेश पोकले, डब्ल्यूपीयू के खेल निदेशक डॉ. पी. जी. धनवे एवं सह संचालक अभय कचरे उपस्थित थे. इस एडवाइजरी बोर्ड में देश की जानी मानी अंजली भागवत (शूटिंग), शांताराम जाधव (कबड्डी), मनोज पिंगले (बॉक्सिंग), श्रीरंग इनामदार (खो-खो), अभिजीत कुंटे (बुद्धिबल), प्रा. विलास कथुरे (कुश्ती), मनोज एरंडे (तैराकी), अजित जरांडे (जिम्नॅस्टिक्स), योगेश धाड़वे (जूडो), वैशाली फडतरे (वॉलीबॉल), डॉ. कौस्तुभ राडकर (आयरन मैन), डॉ. पल्लवी कवाणे (योगा), कपिलेश भाटे (हॉर्स राइडिंग), मंदार ताम्हाणे (फुटबॉल), असिम पाटिल (ई-स्पोर्ट्स), सुंदर अय्यर (सचिव, भारतीय लॉन टेनिस संघटना), कमलेश पिसाल (सचिव, एमसीए), अपूर्व सोनटक्के (बास्केटबॉल), उमेश झिरपे (एवहरेस्ट वीर), योगेश नातू (फुटबॉल), डॉ. अजित मापारी (स्पोर्ट मेडिसिन), डॉ. स्वरूप सवनूर (मेंटल ट्रेनिंग कोच) और मिलिंद ढमढेरे (वरिष्ठ स्पोर्ट्स रिपोर्टर) उपस्थित थे. इसके अलावा रेखा भिड़े (हॉकी), कमलेश मेहता (टेबल टेनिस) तथा आदित्य कानिटकर (गोल्फ कोच) ऑनलाइन मौजूद थे. यह वेिशास दिलाया गया कि डब्ल्यूपीयू के माध्यम से खेल क्षेत्र को आवश्यक अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी. बैठक में अंतरराष्ट्रीय एथलीटों और एमआईटी डब्ल्यूपीयू के छात्र प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया.
खेल संबंधी गतिविधियों और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मार्गदर्शन
बैठक में गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार रखे. यहां बताया गया कि खेल संबंधी गतिविधियों, राष्ट्रीय खेल दिवस एवं खेल सप्ताह के आयोजन के बारे में वैज्ञानिक जानकारी देंगे तथा बोर्ड के माध्यम से खिलाड़ियों को भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने में भरपूर मदद की जायेगी.