पुणे, 5 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पेंटागन प्रेस ने सदर्न कमांड के सहयोग से आरएसएमआई संस्थान में आयोजित कलम और कवच-रक्षा साहित्य महोत्सव की सफलतापूर्वक मेजबानी की. महोत्सव का आयोजन शनिवार (3 फरवरी) को किया गया था.मुख्य अतिथि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. भारत ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के उभरते परिदृश्य पर काम करते हुए अपने प्राचीन ग्रंथों-महाभारत और भगवदगीता से प्रेरणा लेने की प्रक्रिया को बढ़ाया है. जनरल अनिल चौहान ने अपने अभिवादन में धर्म की शोशत प्रासंगिकता को बढ़ावा देते हुए इसके कर्तव्य, धर्म और नैतिक संतुलन के सिद्धांतों पर जोर दिया. लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. सिंह, सेना कमांडर,सदर्न कमांड ने इन प्राचीन रणनीतियों को आधुनिक खतरों और चुनौतियों का सामना करने के लिए अनुकूलित करने की जरूरत को अपनाने के लिए जोर दिया.
महोत्सव के दौरान चार महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन भी किया गया, जिनमें वैेिशक भू-राजनीति से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है. इसमें अजयसिंह की रूस गाजा, ताइवानः ए वर्ल्ड एट वॉर और कर्नल अमित सिन्हा और विजय खरे की ‘एआई एंड नेशनल सिक्योरिटी' पुस्तकें शामिल हैं. कारगिल युद्ध की 25वीं वर्षगांठ पर पेंटागन प्रेस के सीईओ राजन आर्य ने राष्ट्रीय सुरक्षा की जटिलताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए इस महत्वपूर्ण समय को महसूस किया. एक महत्वपूर्ण सत्र,आत्मनिर्भर भारत- भारतीय रक्षा क्षेत्र को सशक्त बनाना, में बाबा कल्याणी जैसे प्रमुख उद्योग नेता शामिल हुए. जिन्होंने सच्ची स्वनिर्भरता को हकीकत बनाने के लिए आवश्यक सहयोगात्मक प्रयास पर जोर दिया.