पुलिस आयुक्तालय में अपराधी गिरोहों की कराई परेड

नवनियुक्त सीपी का कड़ा एक्शन ः कुख्यात गुंडों के 11 और नये 21 गिरोहों सहित 32 क्रिमिनल गैंग्स को कड़ी चेतावनी

    07-Feb-2024
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पुणे, 6 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
हाल के दिनों में अपराधियों और राजनेताओं में संगति बढ़ने की घटनाएं सामने आई हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और पार्थ पवार के साथ अपराधियों की तस्वीरें वायरल हो गई हैं. सांसद संजय राउत, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार द्वारा इस बारे में ट्वीट किये जाने के बाद पुणे पुलिस ने आक्रामक रुख अपनाया. पुलिस ने आपराधिक गिरोहों की अभूतपूर्व ‘परेड' ली. शहर के कुख्यात गुंडों के 11 और नये बने 21 गिरोहों सहित 32 क्रिमिनल गिरोहों के मुखिया और उनके साथी गुंडों को पुलिस आयुक्तालय में आमने-सामने लाया गया और पुलिस की विशेष भाषा में कड़े शब्दों में चेतावनी दी गई. उन्हें अब से आपराधिक गतिविधियां करने और सोशल मीडिया पर रीलों व वीडियो के जरिए दहशत फैलाने की कोशिश करने पर कड़ा सबक सिखाने की वार्निंग दी गई. अब अपराध होने पर उनकी खैर नहीं. साथ ही उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि, दर्ज मामले, प्राप्त जमानत, वकील, जेल से संबंधित उनका इतिहास, जब्त प्रॉपर्टी आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली गयी है. इसके साथ ही पुलिस ने डोजियर में इस बात की भी विस्तृत जानकारी भरी है कि उन्हें आर्थिक कौन मुहैया कराता है और उनके राजनीतिक संबंध किस राजनीतिक दल और नेता से हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से कुख्यात गैंगस्टर नीलेश घायवल द्वारा की गई मुलाकात की तस्वीरें व मंत्रालय में उसकी रील सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं.
 
सांसद संजय राउत ने ये तस्वीरें ट्वीट कीं. पिछले कुछ दिनों में अपराध को राजनीतिक संरक्षण मिलने पर चिंता जताई जा रही है. पिछले महीने पार्थ पवार ने कुख्यात गुंडे गजा मारणे के घर जाकर उससे मुलाकात की थी. ये तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. इसके अलावा, आसिफ दाढ़ी ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से मुलाकात की और गुंडे हेमंत दाभेकर द्वारा मुख्यमंत्री के बेटे और सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के जन्मदिन पर उनसे की गई मुलाकात की तस्वीरें भी सामने आईं. इसके बाद नेताओं पर आलोचनाओं की झड़ी लग गई. नवनियुक्त पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने इसे गंभीरता से लिया और सभी आपराधिक गिरोहों पर नकेल कसने का निर्देश दिया. इसके मुताबिक पुणे के 32 कुख्यात गिरोहों को पुलिस ने अपराध शाखा में बुलाया था. कुख्यात गजानन मारणे (20 सदस्य), बंटी पवार (8), नीलेश घायवल (9), गणेश मारणे (19), टीपू पठान (9), बंडू आंदेकर (13), उमेश चव्हाण (10), बाबा बोड़के (29), अनवर उर्फ नव्वा (6), बापू नायर (9) व खड़ा वसीम (8) नामक 11 प्रमुख गिरोहों सहित नये पनपे हुए सुमित चौधरी (6), मामा कानकाटे (5), योगेश लोंढे (2), जंगल्या पायाल (2), सनी टाक (3) ), सनी हिवाले (3), गणेश लोंढे (3), जीवन कांबले (1), किरण थोरात (5), सौरभ शिंदे (1), कुणाल कालेकर (1), आकाश भातकर (3), आप्पा घाड़गे (1), अनिकेत साठे (2), रोहित भुतड़ा (6), विद्या पाडाले (5) व अनिकेत जाधव (2) गैंग को भी हाजिर किया गया. इस तरह गिरोहों के मुखिया सहित कुल 267 अपराधियों की अच्छे से खबर ली गई.
 
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इस मौके पर क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त अमोल झेंडे, सहायक पुलिस आयुक्त अमोल तांबे और सहायक आयुक्त सतीश गोवेकर ने अपराधियों को उनकी औकात दिखाई. इस दौरान सभी की 4 पेजेस की कुंडली भरकर ली गई. इसमें अपराधियों की पूरी जानकारी कुल 6 हिस्सों में भरी गयी. इसमें अपराधियों के दोस्तों और रिश्तेदारों की जानकारी ली गई है. इसके साथ ही आपराधिक पृष्ठभूमि, दर्ज मामले, प्राप्त जमानत, वकील, जेल में उनका इतिहास, जब्त प्रॉपर्टी आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली गयी. इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर झेंडे, तांबे और गोवेकर ने प्रत्येक आपराधिक गिरोह को आमने-सामने बिठाया और उन्हें अपनी स्टाइल व भाषा में समझाया. इसलिए चेतावनी भी दी गई कि अगर सोशल मीडिया पर ऐसी रील्स पोस्ट कर दहशत फैलाने की कोशिश की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच से बुलाया जायेगा, उन्हें आधे घंटे के अंदर पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा. जब अपराधी अपना मोबाइल नंबर बदल लेंगे तो इसकी सूचना पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच को देनी होगी. यदि रहने का पता बदलता है, तो उसकी जानकारी भी पुलिस को देनी होगी. झेंडे ने इन अपराधियों को विशेष पुलिस भाषा में कहा कि नौकरी, काम या व्यवसाय या व्यवसाय के लिए दूसरे शहर में जाने से पहले उन्हें पुलिस को बताना होगा.
 
मोबाइल हैंडसेट सहित सोशल मीडिया के एकाउंट्स की पूरी जानकारी पुलिस को देनी होगी. झेंडे ने कहा कि जानकारी छिपाने पर केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इस कार्रवाई में पुलिस इंस्पेक्टर रजनीश निर्मल, नंदकुमार बीडवई, श्रीहरि बहिरट, सोमनाथ जाधव, विष्णु ताम्हाणे, उल्हास कदम, क्रांतिकुमार पाटिल, प्रताप मानकर, राजेंद्र लांडगे, अनिता हिवरकर, विनायक गायकवाड़, अजय वाघमारे व भरत जाधव शामिल हुए.
 
 गिरोहों पर अंकुश लगाने सीपी ने दिया टास्क ः अमोल झेंडे
 
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त अमोल झेंडे ने बताया कि पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने क्राइम ब्रांच को आपराधिक गिरोहों पर अंकुश लगाने और सख्त कार्रवाई करने का टास्क दिया है. इसके अनुसार, रिकॉर्ड पर मौजूद सभी गिरोहों, उनके मुखियाओं और 267 अपराधियों को तलब किया गया. उनकी जानकारी यहां भर दी गई है. यह कार्रवाई 3 से 4 दिनों तक जारी रहेगी. अब से अपराध को महिमामंडित करने वाली रील सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक (निरोधात्मक) कार्रवाई भी की जायेगी. पिछले साल भी रील्स को लेकर 24 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे. पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण को प्राथमिकता दी जा रही है.
 
 हम अपराधमुक्त समाज बनाने काम करेंगे ः पुलिस आयुक्त
 
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि आपराधिक गतिविधियां समाज की शांति को भंग करती हैं. उसे काबू में करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे. उसी के तहत्‌‍ इन गिरोहों को बुलाकर उचित भाषा में समझाइश दी गई है. उनकी सारी कुंडली की जानकारी भर दी गई है. हम उन पर बारीकी से नजर रखेंगे. अपराध को बढ़ावा देने वाली किसी भी गतिविधि, सोशल मीडिया रील्स और वीडियो पर कड़ी नजर रखने के लिए आर्थिक अपराध शाखा और साइबर क्राइम ब्रांच की एक टीम मिलकर काम करेगी. हम अपराधमुक्त समाज बनाने काम करेंगे. गैरकानूनी कारोबार भी नहीं होने देंगे.