पुणे के पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल को भाजपा से मिला टिकट

14 Mar 2024 14:01:32
 
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पुणे, 13 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पुणे लोकसभा सीट से पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल को भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है. बुधवार की शाम भारतीय जनता पार्टी ने अपनी उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी. दूसरी लिस्ट में पुणे लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार के रुप में मुरलीधर मोहोल का नाम आने से उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई. मोहोल ने पुणे लोकसभा सीट से कई इच्छुकों को पीछे छोड़ मारी बाजी मार ली है. उल्लेखनीय है कि भाजपा प्रदेश महासचिव मोहोल, स्थायी समिति अध्यक्ष सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. उन्होंने प्रत्याशी बनाए जाने पर पार्टी, फडणवीस, अजीत पवार, सीएम शिंदे, अमित शाह और पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया.
 
इसके बाद महाविकास आघाड़ी द्वारा कांग्रेस का उम्मीदवार की घोषणा की जाने की उम्मीद है.मुरलीधर मोहोल भाजपा के प्रदेश महासचिव हैं. वे नगरसेवक के रुप में तीन बार मनपा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इस अवधि के दौरान उन्होंने स्थायी समिति अध्यक्ष और महापौर पद के साथ-साथ शहर और प्रदेश भाजपा और भारतीय युवा मोर्चा के विभिन्न पदों की जिम्मेदारी संभाली है. कोरोना काल में बतौर महापौर उनके द्वारा किये गये कार्यों की सराहना पुणे की जनता के साथसाथ राज्य और केंद्र के नेताओं ने भी की है.
 
पिछले साल सांसद गिरीश बापट की आकस्मिक मृत्यु के बाद पुणे लोकसभा क्षेत्र में कोई उपचुनाव नहीं हुआ था. बापट के बाद अंतिम वर्ष के लिए बीजेपी से किसे टिकट मिलेगा. खास बात यह है कि मोहोल के साथ पूर्व विधायक जगदीश मुलिक, पूर्व सांसद संजय काकड़े, पूर्व विधायक मेधा कुलकर्णी, सुनील देवधर, फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी के शिवाजी मानकर की भी चर्चा हुई. इस बीच उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल के नाम पर भी चर्चा हो रही थी. मेधा कुलकर्णी के राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद उनका नाम हटा दिया गया. पिछले हफ्ते पुणे में एक कार्यक्रम में फड़णवीस ने खुद ऐलान किया था कि वह पुणे से चुनाव नहीं लड़ेंगे.
 

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लेकिन मोहोल, मुलिक और देवधर मुख्य रूप से उम्मीदवारी को लेकर मैदान में थे. मेयर का पद कोथरुड को दिया गया, मंत्री पद कोथरुड को दिया गया, राज्यसभा का पद कोथरुड को दिया गया और बीजेपी का एक बड़ा समूह लगातार मांग कर रहा था कि अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में लोकसभा की उम्मीदवारी दी जानी चाहिए. इतना ही नहीं, एक गुमनाम बोर्ड लगाकर मोहोल की उम्मीदवारी का भी विरोध किया गया. पार्टी निरीक्षकों ने अंतरिम पदाधिकारियों की राय मांगी और रिपोर्ट वरिष्ठों को भेज दी. उस समय भी दावेदारों द्वारा उनके नाम को तरजीह देने की पैरवी की जोरदार चर्चा थी. लेकिन कहा जा रहा है कि पार्टी नेताओं ने आखिरकार मोहोल की उम्मीदवारी पर मुहर लगा दी है और मुकाबले पर रोक लगा दी है.
 
मोहोल मराठा समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और मेयर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, वह विभिन्न संगठनों और संस्थानों के साथ निकटता से जुड़े रहे हैं. यह उनके लिए एक अच्छा पक्ष होगा, लेकिन मराठा आरक्षण के मुद्दे से बदले राजनीतिक हालात और बदले हुए सामाजिक ढांचे में कांग्रेस गैर मराठा उम्मीदवार देने की संभावना जता रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में पुणे को देश का सबसे अच्छा शहर बनाने का हमारा प्रयास है. इसी दृष्टि से पिछले 10 सालों से शहर का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है. इस विकास की गंगा को आगे ले जाकर पुणे शहर को विश्व के नक्शे पर एक महत्वपूर्ण शहर के रुप में स्थापित करना है.
 
साधारण कार्यकर्ता को पार्टी ने अवसर दिया : मोहोल
 
पुणे लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने मेरे जैसे साधारण कार्यकर्ता को उम्मीदवारी दी है जिसकी कोई राजनैतिक पृष्ठभूमि नहीं है. इसके लिए मैं पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं. यही मेरी पार्टी की विशेषता है. पार्टी ने मुझे जो जवाबदारी सौंपी है उसे मैं विन्रमता के साथ स्वीकार करता हूं. महायुति के सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को साथ लेकर पुणे लोकसभा सीट पर भारी मतों से विजय दिलाने का प्रयास करुंगा.
 
 
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