वर्चस्व की लड़ाई में गैंगस्टर अविनाश धनवे की हत्या

4 गिरफ्तार : पुणे ग्रामीण पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हत्यारों को पकड़ने में पाई सफलता

    19-Mar-2024
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पुणे, 18 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पिंपरी के कुख्यात गैंगस्टर अविनाश धनवे की हत्या के मामले में पुणे ग्रामीण पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. चारों आरोपी प्रतिद्वंद्वी गिरोह के हैं. पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या जेल में मारपीट और इलाके में वर्चस्व की लड़ाई के चलते हुई है. पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों के नाम शिवाजी बाबूराव भेंडेकर (उम्र-35 वर्ष), मयूर उर्फ बाला मुकेश पाटोले (उम्र-20 वर्ष) और सतीश उर्फ सला उपेंद्र पांडे (उम्र- 20 वर्ष, सभी निवासी- आलंदी देवाची) और सोमनाथ वेिशंभर भत्ते (उम्र- 22, वर्ष, निवासी-सोलू, खेड़) है. उनके पास से पिस्तौल, कोयता और एक चार पहिया वाहन जब्त किया गया है. वहीं ग्रामीण पुलिस उनके अन्य फरार साथियों की तलाश कर रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गैंगस्टर अविनाश बालू धनवे (उम्र-31वर्ष, निवासी-चर्होली बूरा, वड़मुखवाड़ी, हवेली) की शनिवार रात इंदापुर शहर से सटे हाइवे पर होटल जगदंबा में चार गोलियों और कोयते से वार कर हत्या कर दी गई. धनवे भोजन के लिए बंटी उर्फ प्रणिल मोहन काकड़े, राजू एकनाथ धनवड़े और राहुल एकनाथ धनवड़े के साथ आया हुआ था.
 
जब चारों खाना ऑर्डर करने के बाद टेबल पर बैठे तो आठ लोगों का एक गिरोह हाथों में पिस्तौल और कोयते लेकर वहां आया. उन्होंने होटल में बैठे अविनाश धनवे पर पिस्तौल तान दी और कोयते से वार कर उसकी मौके पर ही हत्या कर दी. उस वक्त धनवे के तीन दोस्त वहां से भाग गये. इस संबंध में धनवे की पत्नी पूजा धनवे ने इंदापुर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करायी है. दर्ज शिकायत के अनुसार पुलिस ने जब सीसीटीवी की जांच की तो पता चला कि दो आपराधिक गिरोहों के बीच चल रही पूर्व रंजिश के कारण इस वारदात को अंजाम दिया गया है. मृतक अविनाश धनवे का चर्होली इलाके में खौफ था. वह पुलिस रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर अपराधी था. उसकी आलंदी इलाके में एक स्थानीय गिरोह से दुश्मनी थी, इसलिए पुलिस को जानकारी मिली कि उसकी हत्या उसके प्रतिद्वंद्वी गिरोह ने कर दी है.
 
मामले की जांच के दौरान जानकारी मिली थी कि वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी कोल्हापुर की ओर भाग रहा है, तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपियों को पुणे-कोल्हापुर हाइवे पर शिंदेवाड़ी गांव इलाके से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास करने, मारपीट करने जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं. पुलिस द्वारा इस मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय जाधव के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक (क्राइम) अविनाश शिलिमकर, इंदापुर पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक सूर्यकांत कोकणे, सहायक पुलिस निरीक्षक योगेश लंगुटे, कुलदीप संकपाल, अंमलदार बालासाहेब कारंडे, अभिजीत एकसिंगे, स्वप्निल अहिवले, राजू मोमिन, अतुल डेरे, सचिन घाडगे और नीलेश सुपेकर की टीम ने की.
 
 
40 दिन पहले जेल से छूटा था धनवे
 
धनवे के पुलिस रिकॉर्ड में 8 तरह के गंभीर अपराध दर्ज थे. उस पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत भी मामला दर्ज किया गया था. वह 7 फरवरी 2024 यानी 40 दिन पहले ही जमानत पर जेल से रिहा हुआ था. उसकी पत्नी द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, धनवे का चार साल पहले खुशाल तापकीर के साथ झगड़ा हुआ था. उस वक्त खुशाल और उसके साथियों ने अविनाश धनवे पर गोली चला दी थी. इस संबंध में दिघी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था. खुशाल तापकीर ने अविनाश को जान से मारने की धमकी दी थी. धनवे की पत्नी को शक है कि पुरानी दुश्मनी के कारण खुशाल तापकीर और विशाल तापकीर दोनों के इशारे पर अविनाश धनवे की हत्या की गई है.
 
 फरार आरोपियों की तलाश जारी
 
हत्या की घटना के बाद पुलिस ने 24 घंटे के अंदर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उसके अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है. शुरुआती जांच में पता चला है कि हत्या 2 गिरोहों के बीच वर्चस्व को लेकर हुई है. अविनाश धनवे भी पुलिस रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर अपराधी है. चालीस दिन पहले वह मकोका अपराध में येरवड़ा जेल से जमानत पर बाहर आया था. -पंकज देशमुख, पुलिस अधीक्षक