काउंसिल हॉल, 4 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
स्वास्थ्य की दृष्टी से स्वछता को महत्व देते हुए परिसर में स्वछता के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु स्वछता अभियान पर्यटक गांवो में पहुंचाए जाएं. यह अपील विभगीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार ने की. वे काउंसिल हॉल में आयोजित यशवंत पंचायत राज, संत गाडगेबाबा ग्राम स्वच्छता अभियान, अमृत महाआवास अभियान विभागस्तरीय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ रमेश चव्हाण, सातारा सीईओ याशनी नागराजन, विभागीय उपायुक्त रामचंद्र शिंदे, राहुल साकोरे और विकास मुलिक आदि उपस्थित थे. इस अवसर पर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार ने जिला परिषद, पंचायत समितियों, ग्राम पंचायतों के पुरस्कार विजेताओं को चेक, बैज और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया.
इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया. डॉ पुलकुंडवार ने कहा कि गाडगे महाराज ने हजारों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर लोगों को स्वच्छता आंदोलन का महत्व समझाया. आज भी स्वच्छता स्वास्थ्य की दृष्टि से उतनी ही महत्वपूर्ण है. अगली पीढ़ी को स्वच्छ, सुंदर वातावरण मिले, इसके लिए हर जगह साफ-सुथरी आदतें अपनाना जरूरी है. शिक्षकों के लिए जरूरी है कि वे अपने स्कूल के बच्चों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देकर पर्यावरण के प्रति जागरूक करें. वर्तमान समय में बढ़ता तापमान कई खतरे पैदा करेगा. इन खतरों से बचने के लिए पर्यावरण जागरूकता जरूरी है. उन्होंने अपील की कि गांव में स्वच्छता एवं नवोन्वेषी कार्य केवल अभियान तक सीमित न रखते हुए निरंतर किये जायें.