मुझसे पंगा मत ले, मेरा नाम शरद पवार है !

एनसीपी नेता ने लोनावला में कार्यकर्ताओं के संवाद सम्मेलन में विधायक सुनील शेलके को दी कड़ी चेतावनी

    08-Mar-2024
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लोनावला, 7 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
वरिष्ठ नेता शरद पवार के परिपक्व सियासी दिमाग की धार और वक्त आने पर उनके द्वारा होने वाले वार से हर कोई वाकिफ है. लोनावला में आयोजित एनसीपीशरदच ंद्र पवार के कार्यकर्ता सम्मेलन में विधायक सुनील शेलके पर पवार इस कदर बरसे कि लोनावला का ठंडक भरा माहौल भी उनकी चोट की तपन से गरमा गया. उन्होंने शेलके सहित अन्य आलोचकों पर प्रहार करते हुए पूछा, यह मत भूल कि तू किसकी वजह से विधायक बना? तेरी सभा के लिए यहां कौन आये थे? जिस पार्टी का तू विधायक बना, उस पार्टी का अध्यक्ष कौन था? पार्टी के चुनाव-चिह्न के लिए नेता के हस्ताक्षर की जरूरत होती है और वह हस्ताक्षर मेरा है. तुम लोग आज उसी पार्टी के कार्यकर्ताओं को डरा-धमका रहे हैं.
 
अरे बाबा, उन्हीं कार्यकर्ताओं ने तुझे जिताने के लिए जड़ों तक जाकर मेहनत की, पसीना बहाया और तू उन्हें ही धमकाता है? अब गुजारिश करके समझा रहा हूं. एक बार धमकाने की हरकत की... अब बस हो गया.. फिर से ऐसा किया तो याद रख... मुझे शरद पवार कहते हैं. मेरे नाम पर मत आ. मुझसे पंगा लेने की गुस्ताखी मत करना. मैं संभवतः ‘उस' रास्ते से नहीं जाता, लेकिन किसी ने उस राह पर जाने के लिए मजबूर किया तो मैं उसे नहीं छोड़ता. इन शब्दों में शरद पवार ने सुनील शेलके व अन्य लोगों को चेतावनी दी. अक्सर संयम के साथ बोलने वाले पवार के भाषण में अंगारे बरस रहे थे. इस अवसर पर पूर्व मंत्री मदनसेठ बाफना, जिला अध्यक्ष जगन्नाथ शेवाले, वरिष्ठ नेता प्रकाश म्हस्के, पूर्व महापौर संजोग वाघिरे, युवा प्रदेशाध्यक्ष महबूब शेख, यशवंत उर्फ बालासाहब पायगुड़े, मिक्की कोचर, रमेशचंद्र नय्यर, तहसील अध्यक्ष दत्तात्रय पडवल, चंद्रकांत सातकर, कुमार धायगुड़े, नंदकुमार वालूंज, नासिर शेख, विनोद होगले, अतुल राउत, भारती शेवाले, सुरेश चौधरी, दत्तात्रय गोसावी, नंदकुमार कोतुलकर, फिरोज शेख, सुधीर कदम, श्वेता वर्तक, शिवसेना तहसील प्रमुख आशीष ठोंबरे, शहर प्रमुख बालासाहब फाटक आदि उपस्थित थे. इससे पहले पूर्व मंत्री मदन बाफना ने अपने भाषण में शरद पवार के सामने बताया कि विधायक सुनील शेलके कार्यकर्ताओं पर दबाव बना रहे हैं और उन्होंने मुझे भी धमकाया है. आगे बोलते हुए शरद पवार ने केंद्र सरकार की कृषि नीति की आलोचना करते हुए विधायक सुनील शेलके को निशाने पर लिया और कहा, जिस समय मैंने कृषि मंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहली फाइल अमेरिका से गेहूं आयात की सामने आई. मैंने हस्ताक्षर नहीं किये, लेकिन मैं अस्वस्थ हो गया. यह बात मुझे परेशान करने लगी कि अपना देश कृषि प्रधान है और हम गेहूं का आयात करते हैं. उस समय कारगर फैसले लिए गए और आज हमारा देश गेहूं, शक्कर और चावल जैसे क्षेत्रों में दुनिया में आगे है. लेकिन आज मोदी सरकार के दौर में देश में किसानों पर आत्महत्या करने की नौबत आ रही है. इसके अलावा आजकल रोज मोदी सरकार के विज्ञापन कहां से आते हैं? पवार ने कहा कि यह भी लोगों के पैसे से आ रहे हैं. ...
 
और शरद पवार ने पूर्व मंत्री मदन बाफना के आगे जोड़े हाथ
 
पूर्व मंत्री मदन बाफना ने अपने भाषण में शरद पवार और उनके राजनीतिक जीवन की यादों को उजागर करते हुए कहा, साहब, मैं आपसे छह महीने बड़ा हूं. इतना कहते ही शरद पवार ने वक्त के हिसाब से बाफना की ओर देखकर उनके आगे अपने हाथ जोड़े. इसी के साथ वहां उपस्थितों में हंसी के फव्वारे उड़े. इस दौरान बाफना ने पार्टी छोड़ने वालों को जमकर लताड़ा. बाफना ने कहा, आज वे आपको तानाशाह कहते हैं. आपने उन सबको सब कुछ दे दिया, इसके बावजूद उन्होंने आपको छोड़ दिया. लेकिन साहब, जो लोग आपको छोड़कर चले गये, उनका राजनीतिक करियर ज्यादा दिन नहीं टिकेगा. आपको देखकर एक नई चेतना जागती है. आज आपने लोनावला में चुनाव प्रचार का नारियल फोड़ा. मेरा अनुभव है कि लोनावला में फोड़ा हुआ नारियल सफलता दिलाता है. साहब, मैं आपसे उम्र में बड़ा हूं. बड़ों की बात भी सुना करो. मैं तो कहता था कि प्रफुल्ल पटेल को सांसद मत बनाओ. लेकिन फिर भी आपने उसे सांसद बना दिया. लेकिन पटेल ने पार्टी को बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं किया. खैर, जो हो गया सो हो गया. बाफना ने कहा, शरद पवार ने सुनील तटकरे के घर में भाई-भाई के विवाद उनके घर जाकर सुलझाये. तब साहब उनके लिए भगवान थे. लेकिन अजीत पवार के साथ जाने के बाद शरद पवार पर तानाशाह की तरह काम करने का आरोप लग रहा है. बीजेपी के पूर्व मंत्री बाला भेगड़े के जन्मदिन के कार्यक्रम में मैंने कहा था, बाप को बाप न कहने की संस्कृति आई है. तभी वर्तमान के विधायक ने मुझे धमकाना शुरू कर दिया. कहने लगा, हमारे नेता के बारे में कुछ भी मत कहना. अरे, कौन है तुम्हारा नेता. तुम्हारा जो नेता है, मैं उसे बचपन से देख रहा हूं. अब वह तुम्हारे साथ आया तो कब से तुम लोगों का नेता बन गया? कार्यक्रम के दौरान एनसीपी-शरदचंद्र पवार की लोनावला शहर कार्यकारिणी की घोषणा की गई. इसके अलावा, तहसील के साथ-साथ जिले के भी कुछ पदों की घोषणा की गई. 2 दिन पहले कांग्रेस पार्टी से एनसीपी-शरदचंद्र पवार में शामिल हुए नासिर शेख को लोनावला शहर के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा श्वेता वर्तक को महिला आघाड़ी और अजिंक्य कुटे को युवा आघाड़ी की जिम्मेदारी दी गई है.
 
कार्यकर्ताओं को धमकाना तेरे जैसे नेता को शोभा नहीं देता
 
भाषण के अंत में पवार ने सुनील शेलके की जमकर खबर लेते हुए कहा, कार्यकर्ताओं को इस सम्मेलन में उपस्थित न रहने के लिए डराना व धमकियां देना तेरे जैसे जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता. मत भूल कि तुझे विधायक किसने बनाया... तेरे फार्म पर मेरे ही हस्ताक्षर हैं. हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बल पर ही तुझे विधायक पद मिला है. इसे याद रख, मैं किसी को छेड़ता नहीं और किसी ने मुझे छेड़ा तो कभी छोड़ता नहीं.
 
शरद पवार के प्रति मेरे मन में हमेशा सम्मान ः सुनील शेलके
 
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विधायक सुनील शेलके ने कहा, मैं आज भी शरद पवार साहब का सम्मान करता हूं और कल भी करता रहूंगा. उनके प्रति मेरे मन में हमेशा सम्मान है. साहब ने मेरे बारे में ऐसा बयान क्यों दिया, मुझे इसका कारण और संदर्भ नहीं पता. मैं एनसीपी कार्यकर्ता के तौर पर हमेशा अजीत पवार के साथ रहूंगा. कुछ स्वयंभू नेता जो शरद पवार के साथ हैं, वे मेरे बारे में बयानबाजी कर रहे हैं. शेलके ने कहा, अगर कोई यह साबित कर दे कि मैंने किसी को धमकाया है तो मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगूंगा.