बेटे की हत्या हेतु बाप ने दी 75 लाख की सुपारी

प्रॉपर्टी विवाद में कई बार जानलेवा हमला करवाया : पिता सहित पांच आरोपी गिरफ्तार

    25-Apr-2024
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शिवाजीनगर, 24 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पारिवारिक कलह और संपत्ति विवाद के चलते पिता ने ही अपने बेटे को जान से मारने के लिए 75 लाख रुपये की सुपारी दी थी. क्राइम ब्रांच ने इस मामले की जांच की तो यह चौंकाने वाला रहस्य सामने आया. पिछले 16 अप्रैल को दोपहर में जंगली महाराज रोड पर एक कन्स्ट्रक्शन व्यवसायी को गोली मारकर हत्या करने का प्रयास किया गया था, लेकिन पिस्तौल से गोली नहीं चली, जिससे बिल्डर की जान बच गई. इस मामले में पुलिस ने पिता दिनेशचंद्र उर्फ बालासाहेब शंकरराव अरगड़े पाटिल (उम्र 64 वर्ष, निवासी भोसलेनगर) को गिरफ्तार किया है. साथ में प्रशांत विलास घाडगे (उम्र 38, निवासी वारजे), अशोक लक्ष्मण ठोंबरे (उम्र 48, निवासी एरंडवणे), प्रवीण उर्फ पर्या तुकाराम कुडले (उम्र 31, सुतारदरा), योगेश दामोदर जाधव (उम्र 39) और चेतन अरुण पोकले (उम्र 27) को गिरफ्तार कर लिया गया है.
 
इस संबंध में धीरज दिनेशचंद्र अरगड़े (उम्र-38, निवासी खड़की) ने शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया. गौरतलब है कि गत 16 अप्रैल को दो लोगों ने जंगली महाराज रोड पर अरगड़े हाइट्स बिल्डिंग के नीचे बिल्डर धीरज अरगड़े को पिस्तौल से गोली मारने की कोशिश की. लेकिन पिस्तौल कॉक न होने के कारण गोली नहीं चली, जिससे धीरज की जान बच गई. वे दोनों हमलावर स्विगी की टी-शर्ट, हेलमेट और मास्क पहनकर बाइक पर आए थे.शहर में लगातार हो रही गोलीबारी की घटनाओं से शहर में दहशत का माहौल भी बन गया.
 
इस अपराध की जांच क्राइम ब्रांच कर रही थी. उस वक्त यूनिट वन की टीम ने इलाके के सीसीटीवी और तकनीकी जानकारी ली. अपराध की जांच की गई. असल में फायरिंग का प्रयास करने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शैलेश बलकवड़े, उपायुक्त अमोल झेंडे, सहायक आयुक्त सुनील तांबे के मार्गदर्शन में यूनिट-वन के वरिष्ठ निरीक्षक शब्बीर सैयद, रंगराव पवार, सहायक पुलिस निरीक्षक आशीष कवठेकर, सब-इंस्पेक्टर रमेश तापकीर, पुलिस आयुक्त अन्ना माने, नीलेश साबले, अनिकेत बाबर, अमोल आव्हाड, महेश बामगुडे आदि की टीम ने यह कार्रवाई की.
 
पहले भी किया था हमले का प्रयास
गत 10 मार्च को सूस रोड के एक होटल में धीरज अरगड़े पर चाकू से हमला किया गया था. वह हमला प्रवीण कुडले और चेतन पोकले ने किया था. लेकिन उसमें शिकायतकर्ता बच गया. इस बीच कुडले और पोकले दोनों ने दिनेशचंद्र और प्रशांत से यह कहकर 20 लाख रुपये ऐंठ लिए कि हमले में धीरज की मौत हो गई है. लेकिन प्रत्यक्ष निरीक्षण करने पर दोनों ने पाया कि धीरज जीवित है. इसके बाद उनकी कुडले और पोकले से बहस हो गई. इसके बाद ऑफिस में दो लोगों को सुपारी दी गई थी. वे एक लाख रुपये लेकर भाग गए.
 
जीपीएस द्वारा ट्रैक किया जा रहा था
धीरज के पास चार पहिया वाहन है. उन पर नजर रखने के लिए चार पहिया वाहन पर जीपीएस लगाया गया था. इसी के तहत उन पर नजर रखी जा रही थी. इसी जीपीएस से आरोपियों को पता चला कि घटना वाले दिन भी धीरज अपनी कार से ऑफिस आया था. वहां उन्होंने गोली चलाने की कोशिश की. हालांकि दोनों बार वे बाल-बाल बच गये.
 
पिता को मंजूर नहीं था बेटे का लिव-इन में रहना
धीरज का पहला तलाक हो चुका है. 2021 में उसका तलाक हो गया, जिसके बाद से वह एक युवती के साथ लिव-इन में रह रहे हैं. लेकिन, ये बात पिता को मंजूर नहीं थी. इसके साथ ही धन और पारिवारिक कारणों से भी उनमें विवाद होता रहता था. चूंकि धीरज अच्छी बात नहीं करता, गालियां देता है जैसे कारणों से पिता ने उन्हें मारने की सोची और घाडगे की मदद से हत्या की साजिश रची. यह भी पता चला है कि धीरज के पिता ने भी दूसरी शादी कर ली है.
 
हमले में दो बार बच गई थी जान
धीरज अरगड़े बिल्डर हैं. संपत्ति विवाद के चलते उन पर दो बार हमला हो चुका है. लेकिन दोनों बार वे बच गए हैं. पहला हमला चाकू से किया गया. तब दो लोगों ने उन्हें चाकू मारा था. वहीं दूसरे प्रयास में धीरज को गोली मारने का प्रयास किया गया. लेकिन पिस्तौल कॉक नहीं हुई. गोली नहीं चलने से वे बाल-बाल बच गए.
 
जनवरी से चल रही थी प्लानिंग
जांच के दौरान शिकायतकर्ता धीरज के पिता के बारे में जानकारी सामने आई. बताया गया कि जनवरी महीने से ही धीरज की हत्या की प्लानिंग चल रही थी. पुलिस ने यह भी कहा कि उन्हें मारने के लिए पंद्रह दिनों तक उन पर नजर रखी जा रही थी. प्रशांत घाडगे, बालासाहेब अरगड़े, अशोक ठोंबरे को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया. उन्हें 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपियों की ओर से एड्. सुधीर शाह, मनीष पाडेकर ने पैरवी की.