जय-जय पारसनाथ धुन से कुम्भोजगिरि तीर्थ गूंजा

    14-May-2024
Total Views |

jay 
 
कोल्हापुर, 13 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
मुनि चंद्ररक्षितविजय सहित अर्हम्‌‍ ग्रुप कोल्हापुर के युवाओं ने उत्साहपूर्वक श्री जगवल्लभ पोर्शनाथ जिनालय कुंभोजगिरि तीर्थ की यात्रा की. जय-जय श्री पारसनाथ धुन गाते पर्वत पर चढ़े. स्तुति, भजन, भक्ति गीत व गुरुजी की संवेदना माहौल भक्तिमय हो गया. 19 मई को शासन स्थापना दिवस कोल्हापुर में मनाने का निर्णय लिया गया. पं. राजरक्षितविजयजी ने कहा कि हे प्रभु, युग बीतने के बाद आप कृपालु के दर्शन प्राप्त हुए हैं. दर्शन के प्रभाव से पाप और दोष नष्ट हो जायें. हम आपकी आज्ञा का पालन करने में तत्पर रहें. पं.नयरक्षितविजयजी ने कहा कि हे करुणा सागर प्रभु, अनेक भव के प्रचलन में दु:ख सहे. दोषों को मजबूत बनाया.
 
अहंकार का अजगर, क्रोध का नाग, भोजन की लालसा आदि अनेक दोषों के कारण आत्मा पापी बन गई है. हम बड़ी आशा लेकर आपके पास आये ह्‌ैं‍. आप एक धन्वन्तरि वैद्य हैं. आप ही हमारे क्रोध और संताप को दूर कर सकते ह्‌ैं‍. आज कोल्हापुर के अर्हम्‌‍ ग्रुप के युवा भी सदाचारी, शासन-प्रेमी बनने की आकांक्षा से हार्दिक अभिनंदन करते हैं. प्रशांतमूर्ति गच्छाधिपति पू.आ.देवश्री राजेंद्रसूरिजी महाराजा का 73वां दीक्षातिथि और 37वां आचार्य पद दिवस है. पूज्यश्री ने उपशमभाव एसा सिद्ध किया है की क्रोधित व्यक्ति भी शांत हो जाता है. आइए हम शासक देवताओं से प्रार्थना करें कि पूज्यश्री को दिर्घायु मिले. और शासन समुदाय के लिए ताजा उत्साह का उपहार लेकर आए. युवा हृदय सम्राट देवश्री हेमरत्नसूरिजी की 15वीं स्वर्गारोहण तिथि पर भावपूर्ण वंदना ने सैकड़ों युवाओं को शासन प्रेमी बनाया. फैशन की लत से मुक्ति दिलाई.