तीन साल में 4136 आवासीय पिरयोजनाओं को मंजूरी

खजाना तो भरा, पर नागरिकों की पानी की जरूरतों को कैसे पूरी करेगी मनपा? : पेयजल की कमी से मचेगा हाहाकार!

    11-Jun-2024
Total Views |

pro 
 
पिंपरी, 10 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
करीब 30 लाख की आबादी वाले शहर पिंपरी-चिंचवड़ में पीने के पानी का स्रोत तो सीमित है, लेकिन अपना खजाना भरने के लिए मनपा बड़ी संख्या में आवासीय परियोजनाओं को मंजूरी दिये जा रही है. पिछले तीन सालों में मनपा ने कुल 4 हजार 136 आवास परियोजनाओं और मकान बनाने की अनुमति दी है. शहर में पानी की कमी बताते हुए मनपा रोजाना जलापूर्ति करने के बजाय हर दूसरे दिन पानी की आपूर्ति करती है. इसके लिए हर दिन पवना बांध से 610 मिलियन लीटर (एमएलबी), आंद्रा से 80 और एमआईडीसी से 20 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है.
 
इसके बाद भी स्मार्ट सिटी की कई हाउसिंग सोसायटियों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है. जानकारों का कहना है कि शहर में पहले से ही जब पानी की समस्या गंभीर हो तो निर्माण परमिट पर लगाम लगाने की जरूरत है. ऐसा न करते हुए निर्माण विभाग लगातार निर्माण की अनुमति देता जा रहा है. 2021-22 में 1 हजार 389, 2022-23 में 1 हजार 520 और 2023-24 में 1 हजार 235 आवासीय प्रकल्पों को मंजूरी दी गई है. आकुर्डी, रावेत, पूनावले, किवले, ताथवड़े और चिखली, मोशी, बोर्हाड़ेवाड़ीी, चर्होली, डुडुलगांव चोवीसावाड़ी, वडमुखवाड़ी, दिघी, भोसरी, में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य जारी हैं. आकुर्डी, निगडी, चिंचवड़, वाकड, रहाटनी, पिंपले सौदागर, पिंपले निलख, पिपले गुरव सांगली, पिंपरी में बड़े पैमाने पर हाउसिंग प्रोजेक्ट के काम जारी हैं. शहर में अच्छी सुविधाओं को देखते हुए शहर में रहने के लिए आने वाले नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना मनपा के लिए क्या संभव होगा? अब लोग यह सवाल पूछने लगे हैं. मनपा आयुक्त पहले ही बोल चुके हैं कि 2026 तक शहर में हर दूसरे दिन ही पानी की आपूर्ति की जा सकेगी.
 
अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा प्रशासन
दूसरी ओर, नागरिकों का कहना है कि मांग के अनुरूप सभी को पानी उपलब्ध कराने में मनपा विफल साबित हो रही है. मनपा प्रशासन पानी न होने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है. आरोप है कि मनपा प्रशासन पानी के नए स्रोत तैयार करने, पवना डैम जल चैनल योजना को आगे बढ़ाने, पानी के रिसाव और चोरी को रोकने, अधिक पानी का उपयोग करने वालों पर कार्रवाई करने, रेन हार्वेस्टिंग के माध्यम से पानी का भंडारण करने जैसी परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने पर ध्यान नहीं दे रहा है.
 
भामा आसखेड़ डैम से है मनपा को उम्मीद
ऐसी हालत में मनपा को भामा आसखेड़ डैम से उम्मीदें हैं. भामा आसखेड़ डैम से पानी लाने के लिए बांध क्षेत्र में वाटर चैनल बिछाने और जैकवेल बनाने का काम चल रहा है. इस डैम से 167 एमएलडी पानी मिलेगा. मनपा ने यह पानी उपलब्ध होने के बाद प्रतिदिन पानी उपलब्ध कराने का वादा किया है.