आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर राज्य सरकार 20 हजार रुपये की सब्सिडी देगी. वारकरी साहित्य परिषद बाेर्ड ने विधान भवन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. वारकरी साहित्य परिषद मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने सरकार से दिंडी काे 50,000 रुपये देने की मांग की थी.चर्चा के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने 20,000 रुपये की सब्सिडी दिए जाने का निर्देश दिया है.पंढरपुर के विठ्ठल के दर्शन के लिए हर साल महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्साें से सैकड़ाें पालकियां रवाना हाेती हैं. यह सभी पालकियां आषाढ़ी से एक दिन पहले पैदल चलकर पंढरपुर पहुंचती हैं. लेकिन इस यात्रा के दाैरान अक्सर यात्री बीमार पड़ जाते हैं, घायल हाे जाते हैं, दुर्घटना या हादसे में लाेगाें की माैत हाे जाती है.इसके अलावा, कई लाेग कई कारणाें से चल नहीं पाते हैं. इसलिए उन्हें अनुदान मिलेगा ताे उनकी वारी हाे जाएगी.
वारकरी साहित्य परिषद के विट्ठल पाटिल ने सरकार से मांग कि थी. सरकार ने उनके अनुराेध का सम्मान करते हुए 20,000 रुपये की सब्सिडी देने का फैसला किया है.लाखाें श्रमिकाें काे सरकार की लागत पर बीमा कवरेज मिलेगा. यह बीमा कवर महीने के 30 दिन के लिए हाेगा. किसी श्रमिक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की स्थिति में उसके परिवार काे 5 लाख की अनुग्रह राशि दी जाएगी. स्थायी विकलांगता या दुर्घटना के कारण विकलांगता की स्थिति में 1 लाख रुपये दिए जाएंगे. आंशिक विकलांगता केमामले में 50,000 रुपये और मासिक धर्म के दाैरान बीमारी के मामले में चिकित्सा उपचार के लिए 35,000 तक खर्चा मिलेगा. यह याेजना राहत एवं पुनर्वास विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जायेगी. वारी के दाैरान दुर्घटनाएं हाेती हैं और वारकरी घायल हाे जाते हैं या दुर्भाग्य से मर जाते हैं.