पिंपरी, 20 जून (आ.प्र)
नागरिकों के पते पर वाहन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) भेजने के लिए किए गए प्रयास बेकार हो रहे हैं. आरटीओ और डाकघर के बीच को-आर्डिनेशन की कमी के कारण वाहन मालिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है और इस प्रक्रिया के लिए भुगतान करने के बाद भी नागरिक आरसी पाने के लिए विलंब का सामना कर रहे हैं. इस साल 12,000 से अधिक आरसी वापस कर दी गई हैं. आवेदकों को डॉक्यूमेंट प्राप्त करने के लिए डाकघरों और आरटीओ के चक्कर लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है और इसी जटिल प्रक्रिया के कारण कई आवेदकों के पास सालों तक आरसी नहीं होती है. इस वर्ष करीब 5,500 आरसी वापस कर दी गई हैं, जबकि 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 के बीच 12,384 आवेदकों के पते नहीं मिले. वर्ष 2012 से परिवहन विभाग ने स्मार्ट कार्ड के रूप में आरसी जारी करना शुरू किया है.
पहले आरसी केवल डीलरों के पास उपलब्ध थी, लेकिन स्मार्ट कार्ड आरसी शुरू होने के बाद से इसे डाक के माध्यम से नागरिकों के घर भेजा जाता है. इसके लिए आवेदकों से डाक शुल्क वसूला जाता है. हालांकि, नागरिकों में नाराजगी है क्योंकि उन्हें यह सेवा भुगतान के बाद भी नहीं मिल रही है. इसके साथ पोस्टमैन आवेदकों का पता नहीं मिलने, घर बंद होने, मोबाइल नंबर काम नहीं करने आदि जैसे विभिन्न कारणों से आरसी वापस ला रहे हैं और हर साल आरसी वापस की जा रही है. नतीजतन वर्ष 2022-23 में 13,872 आरसी और वर्ष 2023-24 में 12,384 आरसी डाक विभाग से आरटीओ को वापस की गई हैं. पिंपरी-चिंचवड़ आरटीओ में आने वाली आरसी छत्रपति संभाजीनगर में छपती हैं और उन्हें चिंचवड़ डाकघर और शहर के विभिन्न डाकघरों में भेजा जाता है. बाद में डाकिया (पोस्टमैन) उन्हें आवेदकों के घर पहुंचा देते हैं लेकिन पता न मिलने, मोबाइल नंबर काम नहीं करने जैसे कई कारणों से करीब 10 से 15 फीसदी आरसी वापस डाकघर आ जाती हैं.
डाकघर व आरटीओ में समन्वय की कमी के बीच पिस रहे नागरिक
वाहन खरीदते समय खरीदारों को बताया जाता है कि उनके पते पर आरसी पहुंचा दी जाएगी. कई दिनों तक जब उन्हें आरसी नहीं मिलती तो वे डीलर से पूछताछ करते हैं. वहां से उन्हें आरटीओ भेजा जाता है. वहां आरसी नहीं मिलने पर उन्हें डाकघर में पूछताछ करने को कहा जाता है. इससे ऐसा लगता है कि वाहन मालिक अपनी आरसी बुक नहीं ले रहे हैं. हालांकि, जब वाहन बेचना हो या किसी और के नाम पर ट्रांसफर करना हो तो आरसी बुक की जरूरत पड़ती है. वाहन मालिक दुविधा में हैं और उन्हें काफी भागदौड़ करनी पड़ रही है. इसलिए कई वाहन मालिकों ने आरटीओ से अनुरोध किया है कि वे प्रक्रिया को सुचारू करें और डाकघर से को-आर्डिनेशन सुधारें.
आरटीओ में आरसी सुरक्षित रखते हैं : सोमनाथ जाधव
पिंपरी-चिंचवड़ आरटीओ के अधीक्षक सोमनाथ जाधव ने कहा कि नागरिकों की सुविधा के लिए स्मार्ट कार्ड के रूप में उनके घर पर आरसी पहुंचाने की सुविधा दी गई थी. पता नहीं मिलने के कारण बड़ी संख्या में आरसी अभी आरटीओ कार्यालय आ रही हैं. हालांकि, हम उन्हें सुरक्षित रखते हैं और संबंधित वाहन मालिकों को सौंप देते हैं.