पुणे, 30 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, अपने संस्कार और नैतिकता को हमेशा सहेज कर रखना है. हमें किसी भी प्रकार के व्यसन में नहीं पड़ना है. इसकी बजाय प्रकृति प्रेमी बनें. आज कल विद्यार्थी जीवन में ही कई बच्चे व्यसन के आदी हो जाते हैं. इस पर शिक्षकों, पालकों और समाज के प्रत्येक घटक को ध्यान रखना आवश्यक है. यह विचार आएमडी फाउंडेशन की उपाध्यक्षा शोभाताई आर. धारीवाल ने व्यक्त किए. वे कोंढवा के श्री रसिकलाल माणिकचंद धारीवाल इंग्लिश स्कूल में विज्ञान और कॉमर्स शाखा के 10वीं और 12वीं कक्षा के प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र एवं पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रही थीं. हर साल की तरह आरएमडी इंग्लिश स्कूल के विद्यार्थियों ने मेरिट सूची में अपना स्थान बनाने का परंपरा कायम रखी है.
आरएमडी फाउंडेशन द्वारा स्कूल को दिए गए स्मार्ट पैनल बोर्ड और आधुनिक कम्प्यूटर लैब का उद्घाटन भी शोभाताई धारीवाल के हाथों किया गया. शोभाताई ने कहा कि सन् 2001 में एक छोटे से कमरे में 2 विद्यार्थियों को लेकर शुरु किए गए इस स्कूल में आज नर्सरी से 12 वीं तक विज्ञान और कॉमर्स शाखा में 1250 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं. एक छोटा सा पेड़ आज वटवृक्ष बन गया है. आरएमडी फाउंडेशन द्वारा विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को पक्षियों के घर और दाना देने के पात्र भेंट किए गए. इसके बाद स्कूल के प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया. इस अवसर पर संस्था के ट्रस्टी पोपटलाल ओस्तवाल, ललित ओस्तवाल सहित अन्य सदस्य, स्कूल की मुख्याध्यापिका स्वाति बहुलेकर, उपमुख्याध्यापिका संध्या नाडगौडा, ज्ञानेश्वर देशमुख, स्कूल के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी, विद्यार्थी तथा पालक गण उपस्थित थे.