बॉडी बिल्डिंग हेत्ुा गलत दवा बेचने वाला जिम ट्रेनर गिरफ्तार

13 शीशियां एवं पांच सीरिंज जब्त ः भारती विद्यापीठ पुलिस ने की छापेमारी की कार्रवाई

    05-Jul-2024
Total Views |
 
body
 
कात्रज, 4 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
बॉडी बिल्डिंग के लिए इस्त्ोमाल की जाने वाली दवाएं डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए. इसके बावजूद इन दवाओं की गैरकानूनी तरीके से बिक्री करने वाले जिम व्यवसायी को गिरफ्तार कर भारती विद्यापीठ पुलिस ने उसके पास से ‌‘मेंफेटरमाइन सल्फेट‌’ इंजेक्शन की 13 शीशियां तथा 5 सिरिंज जब्त कीं. गिरफ्तार आरोपी का नाम आजाद मुमताज खान (उम्र-41 वर्ष, निवासी आंबेगांव बु.) है. उसके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 जनवरी को भारती विद्यापीठ पुलिस का स्क्वॉड गश्त लगा रहा था, तभी पुलिसस अंमलदार मित्ोश चोरमोले, अभिनय चौधरी एवं अवधूत जमदाड़े को सातारा रोड स्थित लोहे के ब्रिज के पास एक व्यक्ति द्वारा बॉडी बिल्डिंग के इंजेक्शन अवैध तरीके से बेचे जाने की जानकारी मिली. स्क्वॉड ने खान को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि खान जिम व्यवसायी है तथा वह ‌‘मेफेन्टरमाइन सल्फेट‌’ नामक दवा की अवैध तरीके से बिक्री करता है. अब पुलिस उससे यह जानने का प्रयास कर रही है कि वह अब तक इस तरह से कितने इंजेक्शन बेच चुका है? यह कार्रवाई डीसीपी स्मार्तना पाटिल, एसीपी नंदिनी वग्याणी, सीनियर इंस्पेक्टर डी.एस. पाटिल एवं शरद झिने के नेत्ृात्व में एपीआई समीर कदम एवं पीएसआई धीरज गुप्ता के मार्गदर्शन में स्क्वॉड द्वारा की गई.
 
यह बॉडी बिल्डिंग की दवा बिल्कुल नहीं
इस दवा की 10 एमएल की बॉटल का मूल्य 220 रुपए है, मगर मेडिकल स्टोर व अन्य व्यक्तियों द्वारा यह पांच सौ से लेकर पांच हजार रुपए तक बेची जाती है. बॉडी बिल्डिंग के इच्छुक युवा इस दवा को भारी कीमत पर खरीदत्ो हैं. डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना ही यह मेडिकल स्टोर, डीलर, प्रोटीन विक्रताओं एवं जिम ट्रेनर्स के जरिए आसानी से उपलब्ध हो जाती है. 12 से 30 वर्ष तक उम्र वाले लड़के एवं युवक कम समय में आकर्षक बॉडी बनाने हेत्ुा इसका उपयोग करत्ो हैं. यह इंजेक्शन लेने के बाद व्यक्ति ताजगी एवं उत्साहपूर्ण महसूस करने लगता है. इसके बाद जिम में वर्कआउट करने पर भी थकान महसूस नहीं होती तथा नींद भी नहीं आती. यही इस दवा की बिक्री का सबसे बड़ी वजह है. विशेषज्ञों ने बताया कि ‌‘मेफेन्टरमाइन‌’ हृदय की धड़कनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए इस्त्ोमाल की जाने वाली दवा है. ऑपरेशन के दौरान मरीज के हृदय की गति कम हो जाने पर इसका उपयोग किया जाता है. यह चिकित्सा के लिए इस्त्ोमाल की जाने वाली दवा है, बॉडी बिल्डिंग के लिए नहीं. इसके लगातार सेवन से शरीर में ऑक्सीजन की मांग बढ़ जाती है तथा स्नायु सशक्त होत्ो हैं, मगर फिर इसकी आदत पड़ जाती है. दिमाग एवं स्नायु लगातार इसकी मांग करने लगत्ो हैं.
 
इस तरह का दूसरा मामला
मरीज के दिल की धड़कन कम हो जाने पर उसे सामान्य करने के लिए ‌‘मेफेन्टरमाइन‌’ का इस्त्ोमाल किया जाता है. अब यही दवा बॉडी बिल्डिंग करने वाले युवाओं को बेचे जाने की बात पुलिस जांच में उजागर हुई है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी अवैध तरीके से बिक्री करने वाले एक जिम ट्रेनर को क्राइम ब्रांच के स्क्वॉड ने पकड़ा था.