शिवाजीनगर, 30 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
‘सुहाना कमल जीवनादर्श’ पुरस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं की उपलब्धियां बहुत बड़ी हैं. जिन महिलाओं को पुरस्कार मिला है, उनमें व्यवसाय करने के लिए आवश्यक कसौटी, ईमानदारी और कौशल के गुण हैं. विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित 9 महिलाओं की एक समिति ने पुरस्कार विजेताओं का चयन किया है. लेकिन यह पुरस्कार प्रदान करने के लिए बुलाया जाना मेरे लिए सम्मान की बात है. इन शब्दों में सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. एस.बी. मुजुमदार ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. वे ‘प्रवीण मसालेवाले’ ट्रस्ट की ओर से ‘सुहाना कमल जीवनादर्श’ पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे. ये पुरस्कार ‘प्रवीण मसालेवाले’ के संस्थापक श्री हुकमीचंद (भाऊ) चोरडिया एवं श्रीमती कमलबाई चोरडिया (बाई) की प्रेरणा से हर वर्ष दिये जाते हैं. यह कार्यक्रम घोले रोड स्थित पं. जवाहरलाल नेहरू सांस्कृतिक भवन में गुरुवार, 29 अगस्त को आयोजित किया गया.
इसमें सेवा एवं उद्योग क्षेत्र में छाप छोड़ने वाली सिद्धहस्त महिलाओं को सम्मानित किया गया. ‘सुहाना कमल जीवनादर्श’ पुरस्कार वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता, पूर्व राष्ट्रीय महिला हॉकी खिलाड़ी और सामाजिक सेवा संगठन ‘कनेक्टिंग’ की संस्थापक अध्यक्ष अर्नवाज दमानिया को दिया गया. वहीं ‘सुहाना कमल सेवा सम्मान’ पुरस्कार वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं ‘माहेर आश्रम’ की संस्थापिका सिस्टर लूसी कुरियन को, ‘सुहाना कमल उद्यम सम्मान’ पुरस्कार आर्टेमिस टेक प्रा. लिमिटेड की कोमल वागस्कर और ‘सुहाना कमल युगल उद्यम सम्मान’ पुरस्कार पयोद इंडस्ट्रीज (सांगली) के स्नेहल और देवानंद लोंढे को देते हुए उन्हें सम्मानित किया गया. ये पुरस्कार शॉल, श्रीफल, मानपत्र और 51 हजार रुपये नकद के रूप में था. मंच पर मशहूर अभिनेत्री सोनाली कुलकर्णी, ‘प्रवीण मसालेवाले’ ट्रस्ट के ट्रस्टी राजकुमार चोरडिया, ‘सुहाना कमल पुरस्कार समिति’ की अध्यक्षा और पूर्व सांसद वंदना चव्हाण, ‘प्रवीण मसालेवाले ट्रस्ट’ की ट्रस्टी मधुबाला चोरडिया, विशाल चोरडिया, आनंद चोरडिया एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
इस अवसर पर डॉ. मधुबाला चोरडिया लिखित पुस्तक ‘बिकट वाट यशाची’ की ऑडियो बुक का विमोचन भी डॉ. एस.बी. मुजुमदार के हाथों किया गया. इस पुस्तक में ‘प्रवीण मसाला ग्रुप’ की प्रेरक यात्रा को प्रस्तुत किया गया है. डॉ. एस.बी. मुजुमदार ने अपने विचार रखते हुए कहा, अर्नवाज दमानिया द्वारा किया गया कार्य सामाजिक स्वास्थ्य के लिहाज से महत्वपूर्ण है. यह विषय न सिर्फ पारिवारिक मुद्दा है बल्कि सामाजिक मुद्दा भी है. पुरस्कार ग्रहण करने पर अर्नवाज दमानिया ने कहा, अब तक कई पुरस्कार मिल चुके हैं. लेकिन यह पुरस्कार दिल के बहुत करीब है. उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि, यह विशेष बात है कि यह सम्मान आज मेरे शहर में हो रहा है. हर महिला में ताकत होती है. उसे बस अवसर और प्रेरणा की जरूरत है. लड़कियों को खेल को प्राथमिकता देनी चाहिए. इससे शारीरिक ताकत मिलती है.
इसके अलावा, उनके लिए अवसर के कई दरवाजे भी खुलते हैं. सिस्टर लूसी कुरियन ने समाज सेवा के क्षेत्र में प्रवेश करने के पीछे की भावनात्मक यात्रा और समाज की स्थितियों के बारे में बताया. कोमल वागस्कर ने अपनी संस्था के बारे में जानकारी दी. वहीं स्नेहल लोंढे ने बताया कि उनके अपने गांव से शुरू हुआ बिजनेस का सफर पूरी दुनिया में कैसे फैल रहा है. वंदना चव्हाण ने कहा, देश में हर दिन हम खबरें पढ़ते और देखते हैं कि लड़कियों और महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. इसी पृष्ठभूमि में आज पुणे में प्रवीण मसालेवाले ट्रस्ट की ओर से समाज में विभिन्न क्षेत्रों में बहुत अच्छा और उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान किया जाना एक बड़ी बात है. इस पुरस्कार के माध्यम से, ट्रस्ट का उद्देश्य महिलाओं को प्रोत्साहित करना, उनका आत्मवेिशास बढ़ाना और उन्हें यह वेिशास दिलाना है कि हम हमेशा उनके साथ हैं. राजकुमार चोरडिया ने भी विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का संचालन राजेश दामले ने किया. आनंद चोरडिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया.