पुणे, 3 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि, भाजपा नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक वंशज हैं. उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा लोकसभा के परिणामों के बाद बीजेपी नेताओं को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा, उससे गहुत ज्यादा आक्रोश का सामना विधानसभा चुनाव के बाद करना पड़ेगा. जिस प्रकार महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र बनी. उसी तरह हम महाराष्ट्र में बीजेपी की कब्र बनाएंगे. ठाकरे ने बरसते हुए यह भी कहा कि, आपके आंदोलनों को हमेशा के लिए रोक दिया जाएगा. शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी की ओर से पुणे और जिले के पदाधिकारियों का शिव संकल्प मेलावा स्वारगेट स्थित गणेश कला क्रीड़ा मंच पर आयोजित किया गया था. इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने महायुति खासकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. इस अवसर पर शिवसेना नेता संजय राउत, आदित्य ठाकरे, भास्कर जाधव, सचिन अहीर, आदित्य शिरोड़कर, संजोग वाघेरे, संजय मोरे, गजानन थरकुडे, विजय देशमुख, महादेव बाबर और चंद्रकांत मोकाटे आदि पदाधिकारी उपस्थित थे. कुछ दिन पहले, भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुणे के बालेवाड़ी में भाजपा सम्मेलन में बोलते हुए औरंगजेब फैन क्लब के अध्यक्ष के रूप में उद्धव ठाकरे की आलोचना की थी. शाह ने यह भी कहा था कि उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के लिए हिंदुत्व छोड़ दिया है.
इसका पुणे में ही ठाकरे ने कड़ा जवाब दिया. उद्धव ठाकरे ने कहा कि, अमित शाह अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक वंशज हैं. मैं अब से अमित शाह को अहमद शाह अब्दाली कहकर बुलाऊंगा. जब तुम्हें मुझे नकली बच्चा कहने में मुझे शर्म नहीं आई. तो फिर मुझे यह कहने से क्यों डरना चाहिए कि आप अहमद शाह अब्दाली हैं. क्या हम अहमद शाह अब्दाली को देखेंगे या भगवा हाथ में लिए शिवसैनिक को? ठाकरे ने यह भी कहा कि जनता को अब इसका फैसला करना चाहिए. इतिहास पर नजर डालें तो कहना पड़ेगा कि शाहिस्ता खान थोड़ा बुद्धिमान था. वह तीन अंगुलियां कटने के बाद फिर वापस महाराष्ट्र नहीं आए. अगर अमित शाह को इससे कुछ सीख लेते, तो वह महाराष्ट्र वापस नहीं आते. लेकिन, वह वापस आए, वे यह देखने आए थे कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की जनता ने जो तमाचा मारा था,
उसके निशान किस-किस के चेहरे पर पड़े. लोकसभा में आपको जितने झटके लगे. विधानसभा नतीजों में उससे भी ज्यादा झटके लगने वाले हैं. इसके बाद आपकी आवाजाही स्थायी रूप से बंद कर दी जाएगी. उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा कि हम महाराष्ट्र में बीजेपी की कब्र बनाएंगे. हिंदू धर्म छोड़ने के लिए शिवसेना की आलोचना की जाती है. क्या नवाज शरीफ का केक खाने वालों से हमें हिंदुत्व सीखना चाहिए? हमने हिंदू धर्म नहीं छोड़ा है. हमारा हिंदू धर्म संतों और शिवाजी महाराज का है. हम वो लोग हैं जो हर हर महादेव कहते हैं. मिर्जा राजे जयसिंह एक हिंदू थे, लेकिन औरंगजेब के तलवे चाट रहे थे. हमारे बीच से भी गद्दार वहां गए. गद्दारों ने ही घात लगाकर हमला किया था.
जैसा कि शंकराचार्य ने कहा था, देशद्रोही लोग हिंदू नहीं हो सकते. तुमने हमें धोखा दिया. अगर हम कांग्रेस के साथ गठबंधन करते हैं तो क्या हम हिंदू विरोधी हो जाते हैं? तो फिर आपके राजनीतिक पिता श्यामा प्रसाद मुखर्जी मुस्लिम लीग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर क्यों बैठे थे? जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार बनी. आज भी उन्होंने चंद्रबाबू नायडू के साथ गठबंधन किया. नायडू किस तरह के हिंदू हैं? क्या नीतीश कुमार हिंदुत्ववादी हैं? उद्धव ठाकरे ने यह भी सवाल उठाया कि आप उनसे आंखें मूंदकर हमारी आलोचना कर रहे हैं.
तरबूज को जाने दो, गड्ढे में डाल दो
उद्धव ठाकरे ने कहा सड़कों पर हर जगह गड्ढे ही गड्ढे हैं. गड़करी कहते थे कि सड़कें बनेंगी तो दो सौ साल तक गड्ढे नहीं रहेंगे. मुंबई गोवा मार्ग देखें. जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं. इसकी तस्वीरें लें और उन्हें गड्ढा पुरुष का पुरस्कार दें,
जनता की अदालत में मिलेगा न्याय
एनसीपी और शिवसेना विधायकों की अयोग्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस मामले की सुनवाई 6 अगस्त को होने की संभावना है. सुप्रीम कोर्ट के शेड्यूल में दोनों सुनवाई की तारीख एक ही दिन बताई गई है. इस पृष्ठभूमि में, उद्धव ठाकरे ने कोर्ट से अंतिम अपील कर रहा हूं. फिर यह मामला छोड़ता हूं और जनता की अदालत में जाएंगे. शिवसैनिक वकील हैं. जनता जज है. ठाकरे ने यह भी वेिशास जताया कि लोग अपना फैसला सुनाएंगे. लोकतंत्र सिर्फ शिवसेना की लड़ाई नहीं है. अगर कल को उन्हें अयोग्य घोषित भी कर दिया जाए तो भी वह चुनाव लड़ सकते हैं. तो हमें न्याय कहां मिला? लेकिन हम आपकी ओर आशा भरी दृष्टि से देखते हैं.