पुणे, 5 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुणे शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और बाढ़ प्रभावित नागरिकों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि बाढ़ के खतरे को खत्म करने और बाढ़ की स्थिति के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या का स्थायी समाधान खोजने के लिए सरकार द्वारा एक नई नीति लाई जाएगी. इस वक्त बाढ़ पीड़ित नागरिकों को विश्वास भी जताया कि सरकार उनके साथ है, सभी प्रकार की मदद शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवाजीनगर परिसर के पाटिल एस्टेट, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर प्राइमरी स्कूल, पीएमसी कॉलोनी, वाकड़ेवाड़ी, एकतानगर सिंहगढ़ रोड, खड़कवासला का दौरा किया और निवासियों के साथसाथ प्रवासी नागरिकों से बातचीत की.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत, विधान परिषद की उपाध्यक्ष डॉ. नीलम गोरे, विधायक भीमराव तापकीर, माधुरी मिसाल, सिद्धार्थ शिरोले, शिवसेना शहर प्रमुख नाना भानगिरे, विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंदवार, जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे, पुणे शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, पुणे मनपा आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले, पिंपरीचिंचव ड पुलिस आयुक्त विनयकुमार चौबे, पिंपरी-चिंचवड़ मनपा आयुक्त शेखर सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, पुणे में बाढ़ की स्थिति की पृष्ठभूमि में नीली बाढ़ रेखा का फिर से सर्वेक्षण किया जाएगा. सरकार बाढ़ प्रभावित नागरिकों को आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है. हालांकि, बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए सरकार की ओर से उपाय किये जायेंगे. उन्होंने ओशासन दिया कि बाढ़ प्रभावित मकानों की समस्या के समाधान के लिए नये विकास नियंत्रण एवं संवर्धन नियम (डीसीआर) तैयार किये जायेंगे. मकानों के पुनर्विकास के लिए कानून एवं नियमों में आवश्यकतानुसार बदलाव किये जायेंगे.
एकतानगर के नागरिकों से पूछताछ
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सिंहगढ़ रोड पर एकतानगर के बाढ़ प्रभावित नागरिकों के लिए किए गए उपायों का जायजा लिया और निरीक्षण किया और उनकी समस्याओं को जानने के लिए लगभग डेढ़ घंटे तक नागरिकों से जानकारी ली. उन्होंने ओशासन दिया कि प्रत्येक नागरिक का जीवन महत्वपूर्ण है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे.
नई पाइपलाइन बिछाने का आदेश
इसके बाद मुख्यमंत्री ने मनपा आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले को इस क्षेत्र में सीवर लाइन की मरम्मत, नई पानी की लाइन बिछाने जैसी बुनियादी सुविधाएं नागरिकों को प्रदान करने का निर्देश दिया. बाढ़ प्रभावित इलाकों के विभिन्न इलाकों में सहायता कक्ष शुरू किये गये हैं और उन्होंने स्वास्थ्य टीमों तथा आसपास के अस्पतालों को तैयार रखने के निर्देश दिये हैं. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ खड़कवासला बांध के बैक वॉटर का निरीक्षण किया.
एकनाथ काका प्लीज दीवार बनाकर दें
सिंहगढ़ रोड परिसर में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाढ़ आने वाले परिसर का निरीक्षण कर नागरिकों से संवाद किया. एकतानगर परिसर में नागरिकों से पूछताछ की गई. लगातार जारी बारिश से बांधों में अतिरिक्त पानी जमा होने पर मुठा नदी में पानी छोड़ा जाता है. इससे सिंहगढ़ रोड पर नदी किनारे की सोसायटियों में पानी जमा हो जाता है. एकतानगर में रहने वाले कई लोगों के घर का सामान बाढ़ में बह गया है. इस पर हमेशा के लिए हल निकालना जरूरी है. नदी के किनारे पर दीवार बनाने का विचार जारी है. इसी मांग को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के दौरे के दौरान एक बच्चा हाथों में बोर्ड लेकर ‘एकनाथ काका हमे प्लीज दीवार बनाकर दें’ यह आग्रह करता दिखाई दिया.