बुधवार पेठ, 7 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
देश के पहले सार्वजनिक गणपति, श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति मंडल, द्वारा मनाए जानेवाले सार्वजनिक गणेशोत्सव में अब गणेश के आगमन और विसर्जन जुलूसों के लिए रथों में बैलों का उपयोग नहीं होगा. यह घोषणा उत्सव प्रमुख और ट्रस्टी पुनीत बालन ने की है. इससे करीब 133 साल की परंपरा में बदलाव किया जा रहा है. बालन ने बताया कि बेजुबान जानवर को परेशानी न हो इसलिए यह फैसला लिया गया है. श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट के उत्सव का मंडप निर्माण और वासा पूजन का शुभारंभ बुधवार (7 अगस्त) को संयुक्त पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा ने किया.
इस अवसर पर बोलते हुए पुनीत बालन ने कहा कि इस वर्ष गणेशोत्सव के अवसर पर वरद विघ्नेेशर वाड़ा की सजावट की जाएगी. श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट ने आगमन और विसर्जन जुलूस के लिए 1892 से चली आ रही परंपरा को बदलते हुए बैलों की जोड़ी का उपयोग नहीं करने का फैसला लिया है. सह पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा ने कहा कि श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी द्वारा शुरू किया गया सार्वजनिक गणेशोत्सव आज सात समंदर पार तक पहुंच गया है. गणेशोत्सव किसी जाति और धर्म तक सीमित नहीं है बल्कि हर कोई इस उत्सव में उत्साह के साथ भाग लेता है. हम सब हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाएं. संदीप सिंह गिल (पुलिस उपायुक्त, जोन वन), विजयमाला पवार (विश्राम बाग पुलिस स्टेशन की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक) साथ में तुलसीबाग गणेश मंडल के अध्यक्ष विकास पवार, कोषाध्यक्ष नितिन पंडित, उपाध्यक्ष विनायक कदम सहित ट्रस्ट के अध्यक्ष संजीव जावले एवं पदाधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन मिलिंद कुलकर्णी ने किया.
बेजुबान जानवरों को त्रासदी से बचाने का फैसला
विसर्जन जुलूस में देरी होने के कारण रथ खींचने वाले बैलों को कष्ट होता है. बेजुबान जानवरों को परेशानी ना हो इसलिए ये फैसला लिया गया है. बप्पा का रथ आगमन जुलूस में ट्रस्ट के कार्यकर्ता और भक्त खींचेंगे. विसर्जन जुलूस के लिए विशेष रथ तैयार कराया जायेगा, जिसमें भगवान गणेश की शोभा यात्रा निकलेगी.
- पुनीत बालन महोत्सव प्रमुख, श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति मंडल
तो बंद कर दो फिल्म इंडस्ट्री
सार्वजनिक गणेशोत्सव में कुछ गलत चीजें होती हैं, ऐसा कहते हुए एक्ट्रेस शुभांगी गोखले ने कमेंट किया था कि इन त्यौहारों को बंद कर देना चाहिए. इससे जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए पुनीत बालन ने कहा, शुभांगीताई ने अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए एक स्टंट किया. हम उन्हें आमंत्रित करते हैं. उन्हें पुणे आना चाहिए. वे देखें कि यहां के सभी गणेश मंडल धार्मिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां किस प्रकार करते हैं. मैं खुद एक फिल्म निर्माता हूं. फिल्म के जरिए अलीलता और लत जैसी चीजों को दिखाया जाता है. तो क्या फिल्म इंडस्ट्री भी बंद हो जाएगी..? ऐसे शब्दों में उन्होंने तंज कसा.