गोखले इंस्टीट्यूट के डॉ. शंकर दास नये प्रभारी कुलगुरु

सत्यशोधन समिति की बैठक के तुरंत बाद डॉ. रानडे को कुलगुरू पद से हटाया गया था

    19-Sep-2024
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shanka
 
 
 
पुणे, 18 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स के कुलगुरु डॉ. अजीत रानडे को पद से हटाने के बाद नए प्रभारी कुलगुरू के रूप में डॉ. शंकर दास को नियुक्त किया गया है. डॉ. रानडे पर लगे आरोपों की जांच के लिए सत्यशोधन समिति नियुक्त की गई थी और उनकी पुष्टि के लिए बैठक के 24 घंटे के भीतर उन्हें पद से हटा दिया गया. डॉ. रानडे के खिलाफ कुलपति तत्कालीन डॉ. राजीव कुमार ने यूजीसी से शिकायत की थी. तदनुसार, डॉ. राजीव कुमार ने डॉ. रानडे को शो- कॉज नोटिस जारी किया था. साथ ही आरोपों की जांच के लिए उन्होंने तुरंत एक सत्यशोधन समिति गठित की. समिति में जवाहरलाल नेहरू वेिशविद्यालय (जेएनयू) के कुलगुरु डॉ. शांतिश्री पंडित, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के प्रोफेसर अनिल सुतार और एम्स, नागपुर के डॉ. सिद्धार्थ दुभाषी शामिल थे. कमेटी ने शुक्रवार 13 सितंबर को गोखले इंस्टीट्यूट का दौरा किया था और शनिवार 14 सितंबर को समिति की बैठक के तुरंत बाद डॉ. रानडे को पद से हटाने का पत्र सौंप दिया. डॉ. रानडे को कुलगुरु पद से हटाने के बाद डॉ. शंकर दास को तत्काल प्रभारी कुलगुरु नियुक्त कर दिया गया है. यूजीसी के नियमों के अनुसार, यदि वेिशविद्यालय में कोई प्र-कुलगुरु नहीं है, तो कुलपति सबसे वरिष्ठ प्रोफेसर को कुलगुरु नियुक्त करता है. नए कुलगुरु की नियुक्ति होने तक वे कुलगुरु के कर्तव्यों का पालन करते रहेंगे. इस पद के लिए प्रोफेसर दीपक शाह से भी अनुरोध किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया. टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के प्र-कुलगुरु प्रोफेसर शंकर दास को सितंबर से प्रभारी कुलगुरु नियुक्त किया गया है.