माेदी ने हमें जेल भेजने के लिए षड़यंत्र रचा. यह प्रतिपादन आप के संयाेजक व पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया. वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर उपस्थित जनसभा काे संबाेधित कर रहे थे. उन्हाेंने कहा मैं सत्ता व कुर्सी का लालची नहीं हूं, आपसे एक विनती है कि मैं जब ईमानदार लगूं ताे मुझे वाेट देना, अन्यथा मत देना. केजरीवाल ने भागवत से पूछा- पीएम माेदी के लिए 75 साल में रिटायरमेंट क्याें नहीं है? केजरीवाल 2011 में हुए अण्णा आंदाेलन और पहली बार चुनाव जीतने की घटना का जिक्र किया.उन्हाेंने कहा- हम पहली बार में ही ईमानदारी के दम पर सत्ता में आ गए. इस्तीफे पर केजरीवाल ने कहा- भाजपा ने भ्रष्टाचारी और चाेर कहा ताे दुख हुआ. लांछन के साथ कुर्सी ताे क्या सांस भी नहीं ले सकता हूं, जी भी नहीं सकता.
अगला दिल्ली चुनाव मेरी अग्नि परीक्षा है. आप संयाेजक ने संघ प्रमुख माेहन भागवत से 5 सवाल पूछे. कहा- जब 75 साल में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनाेहर जाेशी और कलराज मिश्र जैसे नेताओं काे रिटायर कर दिया ताे ये नियम माेदी पर लागू क्याें नहीं. अमित शाह कह रहे हैं कि माेदी पर लागू नहीं हाेगा.भागवत जी जवाब दीजिए. दिल्ली शराब नीति केस में 13 सितंबर काे जमानत पर बाहर आने के बाद केजरीवाल ने 17 सितंबर काे सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. 21 सितंबर काे आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बन गईं. मुझे आज भी याद है. 4 अप्रैल 2011 का दिन था, जब आजाद भारत का भ्रष्टाचार विराेधी सबसे बड़ा आंदाेलन यहां जंतर-मंतर से शुरू हुआ था. उस वक्त की सरकार अहंकारी थी. चैलेंज करते थे कि चुनाव जीतकर दिखाओ. हम छाेटे थे, चुनाव के लिए पैसा चाहिए था, गुंडे चाहिए थे, आदमी चाहिए थे. हम कैसे लड़ते हमारे पास कुछ नहीं था. हम भी चुनाव लड़ लिए, जनता ने जिता दिया, पहली बार में आम आदमी पार्टी की सरकार बना दी.
हमने साबित कर दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़े जा सकते हैं और जीते भी जा सकते हैं.दिल्ली के अंदर 10 साल से ईमानदारी से सरकार चला रहे थे और पैसे बचा रहे थे.षड्यंत्र रचकर इन लाेगाें ने हमारे एक-एक नेता काे जेल में डाल दिया. हम जेल से बाहर आ गए और इसके बाद मैंने इस्तीफा दे दिया. मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्याेंकि मैं भ्रष्टाचार करने नहीं आया था, मुझे सीएम पद की, सत्ता की भूख नहीं है. मैं पैसे कमाने नहीं आया था. देश के लिए आए थे, भारत माता के लिए आए थे, देश की राजनीति बदलने आए थे. केजरीवाल ने कहा- 10 साल में 10 बंगले, 10 प्लाॅट हाे जाते. मैंने कुछ नहीं कमाया. आज जब मैं घर छाेड़ूंगा ताे लाेगाें के फाेन आ रहे हैं मेरे पास मेरा घर ले लाे.हम पैसा नहीं लेंगे. श्राद्ध खत्म हाेने के बाद नवरात्रि शुरू हाेगी ताे मैं घर छाेड़ दूंगा और आपके पास ही आकर रहूंगा.मैंने मन में साेचा था कि जब तक काेर्ट बरी नहीं कर देती मैं दाेबारा कुर्सी पर नहीं बैठूंगा.