पिंपरी, 2 सितंबर (आ.प्र.)
हम वर्ष 2041 की संभावित आबादी को ध्यान में रखते हुए शहर में जल आपूर्ति का स्रोत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. ऐसा विधायक महेश लांडगे ने कहा. आंद्र भामा आसखेड़ परियोजना के पहले चरण में, 100 एमएलडी पानी शहर को दिया गया है. अब दूसरे चरण का काम जून-2025 तक पूरा हो जाएगा. इससे 168 एमएलडी पानी मिलेगा. निगड़ी जल उपचार संयंत्र की क्षमता बढ़ाई गई है.समाविष्ट गांव में विभिन्न स्थानों पर जलकुंभ एवं नवीन जलधारा का कार्य निरंतर चल रहा है. दिलचस्प बात यह है कि आगामी अवधि में मुलशी बांध से 760 एमएलडी पानी आरक्षित किया जाना चाहिए. बीजेपी विधायक महेश लांडगे ने बताया कि इसके लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. भोसरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक महेश लांडगे ने ‘जल आत्मनिर्भर पिंपरी-चिंचवड़' के मुद्दे पर सोशल मीडिया के माध्यम से पिंपरी-चिंचवड़ नागरिकों से बातचीत की.
विधायक लांडगे ने कहा कि पवना बांध अपनी स्थापना के बाद से शहर का एकमात्र जल स्रोत था. बढ़ती जनसंख्या एवं शहरीकरण के कारण नये जल स्रोतों का निर्माण समय की मांग थी. अन्यथा शहर में जल संकट हो जाता. दरअसल, इनमें शामिल गांवों की कई सोसायटियों में आज भी पानी की समस्या है. इसीलिए हमने पिंपरी-चिंचवड़ के पानी के मुद्दे को हल करने का वादा करते हुए 2014 में भोसरी विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया. पिंपरी-चिंचवड़ वासियों ने मेरा समर्थन किया और मुझे विधान सभा में उनके प्रतिनिधि के रूप में काम करने का अवसर मिला. तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के सहयोग से हमने आंद्र भामा-आस्केड जल आपूर्ति परियोजना शुरू की. विधायक लांडगे ने कहा कि इसके माध्यम से भोसरी निर्वाचन क्षेत्र के तलवड़े, चिखली, मोशी, डुडुलगांव, चऱ्होली के नागरिकों के लिए 268 एमएलडी पानी आरक्षित किया गया है, यह बात विधायक महेश लांडगे ने कही.